ग्राम स्तर पर ग्रामीणो से सुझाव लेकर उपयुक्त स्थल पर तालाब एवं चेकडेम का कराये निर्माण: विधायक सिंगरौली



जल अभिषेक कार्यक्रम के तहत जिला जल सांसद की बैठक आयोजित

काल चिंतन कार्यालय

वैढ़न,सिंगरौली। जिला पंचायत सभागार में जल अभिषेक अभियान कार्यक्रम के तहत जल सांसद की बैठक सिंगरौली विधानसभा के विधायक श्री राम लल्लू बैस के मुख्य अतिथि एवं चितरंगी विधानसभा के विधायक श्री अमर सिंह, देवसर विधानसभा के विधायक श्री सुभाष रामचरित बर्मा, जिला पंचायत के अध्यक्ष अजय पाठक, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष डॉ. रावेन्द्र सिंह, कलेक्टर श्री राजीव रंजन मीना, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी साकेत मालवीय के गरिमामय उपस्थिति में जिला पंचायत सिंगरौली के सभागार मे आयोजित हुई।जल सांसद की बैठक को संबोधित करते हुये विधायक श्री राम लल्लू बैस ने कहा कि जल अभिषेक अभियान को  जन अंदोलन बनाने के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करना होगा। उन्होने कहा वर्षा जल के संरक्षण एवं भू जल संवर्धन के क्रियान्वन पर आधारित है इसलिए जल अभियान के दौरान ग्रामीणो को पानी की कमी एवं पानी के संरक्षण के प्रति जागरूक करना एवं इस अभियान से जोड़ना अत्यन्त आवष्यक है। उन्होने कहा पंचायत स्तर पर बैठके आयोजित ग्रामवासियो से सुझाव लेकर उपयुक्त स्थलो पर तालाब अथवा चेकडेम का निर्माण कराया जाये।

  कार्यक्रम में चितरंगी विधानसभा के विधायक श्री अमर सिंह ने कहा कि जल अभिषेक अभियान प्रदेश सरकार के द्वारा चलाया जा रहा महत्वपूर्ण अभियान है वर्षा जल को संरक्षित करने के लिए आम लोगो प्रेरित किया जाये। तथा उन्हे वर्षा जल को कैसे संरक्षित किया जाना है इसके संबंध में अवगत कराया जाये।उन्होने कहा कि बहुत से  छोटे बड़े नाले जिन में हर समय जल का बहाव होता रहता है उन पर मेड़ बंधन चेकडेम बनाकर पानी को रोकने का कार्य किया जाये।उन्होने कहा कि ऐसे स्थल जहा पर पानी की कमी है वहा पर तालाब या चेकडेम का निर्माण कराया जाये। कार्यक्रम में विधायक देवर सुभाष बर्मा ने अपना सुझाव दिया कि पुराने तालाबो को पुन: अस्तित्व में लाने के लिए उनका गहरी करण एवं साफ साफाई श्रमदान के माध्यम से कराया जाये। उन्होने कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा घर घर नल कनेक्शन के माध्यम से सुद्ध पेय जल पहुचाने का पुण्य कार्य किया जा रहा है।अब हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है कि भू जल स्तर को बड़ाने के लिए सामूहिक रूप से कार्य कर आम लोगो को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करे।कार्यक्रम जिला पंचायत अध्यक्ष अजय पाठक के द्वारा भी जल सांसद के दौरान अपना सुझाव दिया गया। उन्होने कहा कि वृहद स्तर पर तालाबो का गहरीकरण एवं खेत तालाब योजना का लाभ उठाने के लिए आम लोगो प्रेरित किया जाये तथा वर्षा जल का किस प्रकार संरक्षण करना है इसके संबंध में नागरिको अवगत कराया जाये। साथ ही निर्धारित समय पर नदी पुर्न जीवन के कार्यो की कार्य योजना तैयार कर कार्यो को समय सीमा पूर्ण किया जाये। वही जिला पंचायत के उपाध्यक्ष द्वारा भी जल संरक्षण के संबंध में अपना अमूल्य सुझाव दिया गया।

 कार्यक्रम कलेक्टर श्री राजीव रंजन मीना के द्वारा जल अभिषेक अभियान योजना के क्रियान्वन के संबंध में अवगत कराते हुये कहा कि जल अभिषेक अभियान का क्रियान्वन चरणबंद्ध तरीके से पूर्ण करना है।बैठक में उपस्थित सहायक यंत्रियो, उपयंत्रियो को उन्होने निर्देश दिये कि जल अभिषेक अभियान के तहत किये जाने वाले कार्यो की ड्राईग डिजाईन एवं प्रकलन निर्धारित समय सीमा के अंदर तकनीकी मापदण्डो को ध्यान में रखते हुये शीघ्र तैयार करे।उन्होने निर्देश दिया कि पुराने निर्मित तालाबो, चेकडैम एवं स्टाप डेम जो रखरखाव तथा प्रबंधन के आभाव में निर्धारित क्षमता के अनुरूप परिणाम नही दे प रहे है अन उपयोगी हो रहे है सहयक एवं उपयंत्री अपने अपने क्षेत्रो मे चिन्हित कर जीर्णोद्धार कराये। ताकि जल भण्डार क्षमता में वृद्धि हो सके तथा उन्हे उपयोगी बनाया जा सके। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि ऐसी नल जल योजनाऐ जो भूजल पर आधारित है उनके भूजल स्तर में कमी हो रही ऐसी नल जल योजनाओ की जानकारी लोकस्वास्थ्य यात्रिकी विभाग से प्राप्त कर ली जाये। गावो में वाटरसेड को चिन्हित करते हुये इसके विकास के सिद्धान्त रीच टू वैली के अधार पर भू जल सवर्धन के उपाय किये जाये।उन्होने नदी पुर्न जीवन के कार्य हेतु नदी नालो का चयन करने के निर्देश दिये। साथ ही खेत तालाब निर्माण सहित चेकडेम नवीन तालाबो के निर्माण का प्रकलन तैयार करने के निर्देश दिये ताकि जल संवर्धन का कार्य समय सीमा में प्रारंभ किया जा सके।बैठक मे जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी साकेत मालवीय के द्वारा उपस्थित अतिथियो का स्वागत करते हुये शासन द्वारा चलाये जा रहे जल अभिषेक अभियान के प्रत्येक विंदु के संबंध में अवगत कराया गया।बैठक के दौरान सहायक एवं उपयंत्रियो को प्रशिक्षण भी दिया गया। बैठक के दौरान कार्यपालन यंत्री सहायक यंत्री उपयंत्री आदि उपस्थित रहे बैठ।