सिंगरौली में आज धूमधाम से मनाई जाएगी रामनवमी



सिंगरौली। मर्यादा पुरषोत्तम भगवान श्रीराम के इस धराधाम पर अवतरण के परम पावन महापर्व राम नवमी रविवार को सिंगरौली में हर्षोल्लास पूर्वक मनाई जाएगी। पौराणिक आख्यानों के अनुसार चैत्र मास शुक्ल पक्ष नवमी तिथि रविवार को पुण्य नक्षत्र व कर्क लगन के उज्ज्वल प्रकाश तथ बसंत के सुरभित वातावरण में भगवान श्रीराम इस धराधाम पर अवतरित हुए थे। हिन्दू संस्कृति के परम उज्ज्वल आदर्शों के स्मरण में देशवासी इस पर्व को राष्ट्रीय व सांस्कृतिक पर्व के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। भगवान श्रीराम ने अपने आदर्श चरित्र में अद्भुत कार्य, अद्वितीय वीरता, धर्म, प्रियता, स्वार्थ त्याग आदि से मानव समाज के समक्ष सुख एवं शांति का सच्चा मार्ग दर्शन प्रस्तुत किया। श्री राम ने असत्य और अन्याय पर सत्य न्याय की विजय की स्थापना कर यह सिद्ध किया कि न्यायी पुरूष की सहायता पशु पक्षी भी करते हैं। जबकि अन्यायी का साथ उसके संगे भाई-बंधु भी नहीं देते हैं। भगवान राम का चरित्र सार्वभौम है तथा सर्वत्र लोकप्रिय है। विश्व के किसी साहित्य या ग्रंथों में ऐसे आदर्श जीवन का उदाहरण नही मिलता है। उनकी लीलाओं में माता-पिता, पुत्र, भाई, पति-पत्नी आदि के आत्मिक संबंध का जो मधुर और पवित्र चित्रण मिलता है यह अन्यत्र दुर्लभ है। भगवान राम की जीवन गाथा न केवल साधु-संन्यासियों के लिए अपितु गृहस्थों व सरकारी तंत्रों के लिए संजीवनी बूटी के सामान है। इसी रामनवमी तिथि को तुलसी दास ने विश्व के अमूल्य ग्रंथ रामचरित्र मानस की रचना प्रारंभ की थी। आदर्श राज्य व समाज के संस्थापक मर्यादा पुरषोत्तम की जयंती का महापर्व रामनवमी जो अनेक विशेषताओं को समेटे हुए है। उसे मनाने के लिए सिंगरौलीवासी आस्था पूर्वक भक्ति भाव में लीन है।