पीएम आवास आवंटन में भ्रष्टाचार के आरोपी सहायक यंत्री आरके जैन को किया गया निलंबित




वैढ़न,सिंगरौली। प्रधानमंत्री आवास आवंटन में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत पर नगर पालिक निगम सिंगरौली के सहायक यंत्री आर के जैन के विरूद्ध जांच प्रारंभ हुयी थी। जांच में भ्रष्टाचार के आरोप सही पाये गये जिसके बाद सहायक यंत्री आर के जैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। 

ज्ञात हो कि नगर निगम सिंगरौली के द्वारा प्रधानमंत्री आवास में भारी भ्रष्टाचार को लेकर मीडिया  द्वारा लगातार खबरें प्रकाशित की गई थी प्रधानमंत्री आवास में भारी भ्रष्टाचार एवं नियमों को ताक पर रखकर प्रधानमंत्री आवास दिया गया है। खबरों को संज्ञान में लेते हुये जांच बैठायी गयी। जांच टीम ने जांच में यह पाया कि 740 हितग्राहियों को आवास आवंटन किया गया है शेष 464 हितग्राहियों के नाम अनुमोदित सूची में ना होने के बावजूद भी आवास आवंटित किए गए हैं। वही आवास आवंटन हेतु प्रथम बार लॉटरी सिस्टम से उपलब्ध सूची अनुसार 316 हितग्राहियों को आवास आवंटन हेतु लाटरी निकाली गई थी। किंतु उक्त लॉटरी को बिना समक्ष अधिकारी के अनुमोदन के ही निरस्त मानकर संपूर्ण आवासों को विधि विरुद्ध आवंटन किया गया।  हितग्राहियों से ₹200000 जमा कराना था किंतु किस रसीदें में कितनी राशि जमा कराई गई यह स्पष्ट नहीं है। स्थल निरीक्षण में पाया गया कि दो दर्जन आवासों में मूल हितग्राही न रहकर किराए पर दिए गए हैं जो नियम के प्रतिकूल हैं। जांच में यह भी पाया गया कि हितग्राहियों के आवासों को मनमाने ढंग से फिर बदलकर अदला बदली किया गया है। जिसको देखते हुए गंभीर अनियमितता एवं भारी लापरवाही बरतने के आरोप में आरके जैन सहायक यंत्री को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबित की दरमियां उन्हें सिर्फ निर्वाह भत्ता दे होगा।