खरगोन उपद्रव: कर्फ्यू में रविवार सुबह चार घंटे की ढील, बाजारों में बढ़ी चहल-पहल, दिन में भी दी दो घंटे छूट

 


खरगोन । खरगोन कर्फ्यू में रविवार सुबह चार घंटे की ढील दी गई। सुबह 8 बजे से 12 बजे तक बाजार खुल रहे। बाजारों में चहल-पहल सामान्य दिनों की तरह नजर आई। आज की ढील में सैलून, बर्तन, खाद बीज की दुकानें भी खोली गईं। पूरे समय पुलिस-प्रशासन की टीम अलर्ट रही। इधर कलेक्टर ने आदेश निकालकर दिन में 3 से पांच बजे तक भी कर्फ्यू में छूट दी है। अपर कलेक्टर एसएस मुजाल्दा ने बताया कि 17 अप्रैल को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में छूट दी गई है। यह छूट महिला-पुरुष के लिए लागू रहेगी। रविवार को सैलून, इलेक्ट्रॉनिक, खाद बीज, हार्डवेयर और बर्तन की दुकानें भी खोलने की इजाजत दे दी गई है। सब्जी, फल, दूध, किराना सामान, मेडिकल, इलेक्ट्रिक रिपेयरिंग, मिठाई और नमकीन शॉप्स खोलने की इजाजत इससे पहले ही दी जा चुकी है। गाड़ियों पर अभी भी पाबंदी रहेगी।

बता दें कि 10 अप्रैल रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया था, ऐहतियात के तौर पर शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। 14 अप्रैल को दो-दो घंटे के लिए महिलाओं को छूट दी गई, ताकि वे जरूरी सामान की खरीदारी कर सकें। 15 अप्रैल को महिला-पुरुष दोनों को छूट के दायर में रखा गया। 16 अप्रैल को भी दो-दो घंटे की छूट दी गई। रविवार को बाजार का दायरा बढ़ाया है, कई दुकानों को खोलने की इजाजत दी गई। छूट के दौरान पुलिस व प्रशासन की टीम लगातार शहर में भ्रमण कर स्थिति पर नजर रखते दिखाई दी। शनिवार रात भी पुलिस-प्रशासन ने शहर में फ्लैग मार्च निकाला। शनिवार तक हुए सर्वे के अनुसार 122 दुकानों, मकानों, वाहनों और हाथ ठेला सहित घायलों का डेटा संग्रहित किया गया है। प्राथमिक सर्वे के अनुसार इसमें करीब सवा दो करोड़ की नुकसानी सामने आई है। 50 घायलों को भी शामिल किया है। तहसीलदार योगेंद्र मौर्य के अनुसार घायलों में 50 व्यक्ति हैं, हालांकि यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। तीन दिनों शहर में हुई नुकसानी के लिए कलेक्टर अनुग्रहा पी. ने अमले को साथ लेकर सर्वे किया है। तहसीलदार मौर्य ने बताया कि नुकसानी की क्षति के लिए पूर्ण सर्वे के बाद शासन को प्रस्ताव भेजे जाएंगे। अब तक प्राप्त डेटा के आधार पर अनुमानित आकलन किया है।