दुनिया में एलपीजी सबसे ज्यादा भारत में महंगी, पेट्रोल में हम तीसरे नंबर पर, डीजल आठवें नंबर पर महंगा



नई दिल्ली। बढ़ती महंगाई ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। भारत में भी लगातार महंगाई में बढ़ोतरी देखी जा रही है। महंगाई का सबसे बड़ा कारण यह भी है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना महामारी की वजह से पहले ही आर्थिक हालात बेहद खराब थे, अब महंगाई ने परेशानी को और भी बढ़ा दिया है। रूस-यूक्रेन लड़ाई की वजह से भी पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। हालांकि, आश्चर्य की बात तो यह है कि भारत एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में दुनिया में सबसे टॉप पर है। यानी कि भारत में एलपीजी गैस सिलेंडर दुनिया में सबसे ज्यादा महंगा है। अगर पेट्रोल की कीमत की बात करें तो यह दुनिया में तीसरे नंबर पर ज्यादा है। जबकि डीजल की कीमत दुनिया में आठवें नंबर पर ज्यादा है। 

इसका परचेसिंग पावर के हिसाब से निर्धारण होता है। घरेलू मार्केट के हिसाब से बात करें तो फिलहाल एलपीजी की कीमत दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में है। लेकिन सवाल यह है कि जब दावा यह किया जाता है कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें वैश्विक कारणों से बढ़ती हैं तो फिर हमें सबसे ज्यादा क्यों चुकाना पड़ता है? इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि अलग-अलग देशों में अलग-अलग करेंसीज की परचेसिंग पावर अलग-अलग होती हैं। पश्चिमी देशों में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत लोगों के रोजाना आमदनी का मामूली हिस्सा होता है जबकि भारत हिसाब से देखें तो यह चौथाई हिस्सा के बराबर होता है। परचेसिंग पावर को समझने के लिए आपको हम इसका कैलकुलेशन बताते है। मान लीजिए कि भारत में 1 लीटर पेट्रोल के दाम 120 रुपये हैं। इस हिसाब से अमेरिका में 1.55 डॉलर में मिल जाएगा लेकिन क्या आपको पता है कि अगर अमेरिका में आप ढेड़ डॉलर लेकर जाते हैं तो इससे बहुत कम सामान खरीदे जा सकते हैं। वही भारत में 120 रुपये में बहुत कुछ खरीदा जा सकता है। परचेसिंग पावर के लिए एक अनुमान यह भी है कि हाल में ही मार्च में 1 किलो आलू की कीमत 1.94 डॉलर थी यानी कि 160 रुपये के आसपास। भारत में इसे 7 रुपये में खरीदा जा सकता था। भारत में परचेसिंग पावर पैरिटी के आधार पर कैलकुलेशन किया जाए तो 1 लीटर पेट्रोल का भाव 5.2 डॉलर होता है। वहीं एलपीजी गैस की कीमत भारत में 3.5 डॉलर प्रति लीटर है जो कि विश्व में सबसे ज्यादा है।