ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पहुंचे साबरमती आश्रम, चलाया चरखा, कल दिल्ली में पीएम मोदी से होगी मुलाकात

 





नई दिल्ली।  ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन दो दिन के भारत यात्रा पर आए हुए हैं। वह साबरमती आश्रम पहुंचकर महात्मा गांधी की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। इसके बार प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन चरखा चलाकर सूत भी काता। इस दौरान उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहें।यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को साबरमती आश्रम में महात्मा गांधी की शिष्या बनी मेडेलीन स्लेड उर्फ मीराबेन की आत्मकथा द स्पिरिट्स पिलग्रिमेज और गाइड टू लंदन पुस्तक उपहार में दी गई। मेडेलीन स्लेड ब्रिटिश रियर-एडमिरल सर एडमंड स्लेड की बेटी थीं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आज अहमदाबाद में निवेशकों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद कल यानी 22 अप्रैल को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करेंगे।

आश्रम में आना और महात्मा गांधी के बारे में समझना है सौभाग्य

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने साबरमती आश्रम की डायरी में लिखा कि असाधारण व्यक्ति के आश्रम में आना और यह समझना एक बहुत बड़ा सौभाग्य है कि कैसे उन्होंने दुनिया को बेहतर बनाने के लिए सत्य और अहिंसा के ऐसे सरल सिद्धांतों को लामबंद किया।ब्रिटेन के उच्चायोग ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों में एक नए युग की शुरूआत है। उच्चायोग ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जॉनसन दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के साथ हमारे सहयोग को बढ़ावा देने, यूके के व्यवसायों के लिए व्यापार बाधाओं को कम करने और नौकरियों को बढ़ावा देने के लिए बात करेंगे।समाचार एजेंसी के रिपोर्ट के अनुसार व्यवसाय, सॉफ्टवेयर, इंजीनियरिंग से लेकर स्वास्थ्य तक के क्षेत्रों में नए निवेश और निर्यात सौदे हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री मोदी जॉनसन से शुक्रवार को नई दिल्ली में मुलाकात करेंगे।

ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन से अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने की मुलाकात

अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के साथ मुलाकात की है। ये मुलाकात अहमदाबाद के शांतिग्राम में स्थित अदाणी ग्लोबल हेडक्वार्टर्स में हुई है। इस मुलाकात के बाद गौतम अदाणी ने ट्वीट करके कहा अडानी मुख्यालय में गुजरात की यात्रा करने वाले ब्रिटेन के पहले प्रधानमंत्री हैं। इसके बाद गौतम अदाणी ने कहा अक्षय ऊर्जा, हरित ॥2 और नई ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करते हुए जलवायु और स्थिरता एजेंडा का समर्थन करने में प्रसन्नता हुई। रक्षा और एयरोस्पेस प्रौद्योगिकियों के सह-निर्माण के लिए यूके की कंपनियों के साथ भी काम करेगा।