देवसर के मुस्लिम युवाओं ने फिजूलखर्ची रोकने के लिए लिया कड़ा फैसला



इस्लाम में फिजूलखर्ची जायज नहीं: अल्पसंख्यक विकास कमेटी


वैढ़न,सिंगरौली। मध्य प्रदेश अल्पसंख्यक विकास कमेटी की आवश्यक बैठक संपन्न हुई जिसमें मुस्लिम युवाओं के द्वारा संकल्प लिया गया कि फिजूलखर्ची नहीं करेंगे बैठक में मध्य प्रदेश अल्पसंख्यक विकास कमेटी जिला सिंगरौली के प्रभारी आबिद हुसैन अंसारी के द्वारा कहा गया कि मुस्लिम समुदाय में अभी भी कई क्षेत्रों में यह परंपरा है कि किसी के इंतकाल के 40 दिन बाद उसके घर में चालिस्वें की दावत का इंतजाम होता है जिसमें तकरीबन 500 से 1000 लोगों को दावत दी जाती है, और लगभग 50 हजार से लेकर ₹100000 तक खर्च आता है, कई घरों में यह देखा गया है कि भले ही उसका स्थिति ठीक ना हो फिर भी कर्ज लेकर यह रिवाज निभाना पड़ता है, जिस को ध्यान में रखते हुए देवसर के तकरीबन 50 युवाओं ने यह ऐलान किया है कि जब उनका खुद का इंतकाल होगा तो उस वक्त इस प्रकार किसी दावत का इंतजाम ना किया जाए सिर्फ मिलादे महफिल और फातिहा खानी कम खर्च में किया जाय, इसी कड़ी में मध्य प्रदेश अल्पसंख्यक विकास कमेटी के ब्लॉक देवसर के अध्यक्ष महमूद अहमदअंसारी जी के द्वारा कहा गया कि पैसे बचत करके मरहूम के नाम से किसी गरीब के बच्चे के शिक्षा पर खर्च किया जाए या आमजन को पानी पीने के लिए हैंड पंप, कुआं एवं नल का व्यवस्था किया जाए ,जैसा कि इस्लाम में फिजूलखर्ची जायज नहीं है इसलिए हम हर तरह के फिजूलखर्ची के खिलाफ हैं,दावत में खर्च होने वाले पैसे को मेरे नाम से गरीब बच्चों के शिक्षा पे खर्च किया जाए , इल्म दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है, और इल्म के साथ सही अमल आखिरत में भी काम आएगा उक्त संकल्प लेने वालों में आबिद हुसैन अंसारी,महमूद अहमद, रिज़वान अंसारी, सोनू अंसारी, इसराइल मोहम्मद, हसनैन मोहम्मद, कुतुबुद्दीन(पप्पू), इरशाद, अख्तर रजा, हाफिज फिरोज आलम, डॉक्टर फिरोज,मुबारक हुसैन, गुलाम मुस्तफा,हारुन अंसारी(खोभा) ,फिरोज अहमद, जहीर मोहम्मद (जुगनी) ,मकबूल अहमद, फिरोज आलम, उस्ताद अहमद, मोहम्मद हारून, एमडी हारून मोहम्मद रज्जाक,मोहम्मद कलीम, ईस्ताफ अहमद,मोहम्मद कामिल(सतपहरी), महमूद आलम,मुमताज मोहम्मद मोहम्मद दानिश,एमडी दानिश,मकसूद अंसारी, मोहम्मद हारुन,इरशाद मोहम्मद, चांद कादरी, रजा़ भाई, मोहम्मद शमशेर, हसन हाशमी (खड़ौरा), अहमद रजा़, हाफिज रईस आलम,रजा़ मोहम्मद, रफीक मोहम्मद है।