ट्रेन की टक्कर से दस फीट दूर उछलकर गिरीं दादी-पोती, दोनों की दर्दनाक मौत, पटरी पार करते वक्त हुआ हादसा




इंदौर। शहर में हुए दर्दनाक हादसे में दादी-पोती की मौत हो गई। पोती अपनी दादी के साथ अपना नौवीं का रिजल्ट लेने जा रही थी। पटरी पार करने के दौरान अचानक ट्रेन आ गई और दोनों इसकी चपेट में आ गई। 

जीआरपी से मिली जानकारी के अनुसार दूध डेयरी संचालक प्रेम चौधरी निवासी बिजलपुर की बेटी तन्नू (15) प्रभू नगर स्थित अल्पाइन पब्लिक स्कूल में 9वीं में पढ़ती थीं। बुधवार दोपहर को तन्नू अपनी दादी शारदा पति शंकरलाल चौधरी के साथ रिजल्ट लेने स्कूल जा रही थी। बिजलपुर और विज्ञान नगर के बीच स्थित रेलवे पटरी पार कर रही थी कि अचानक ट्रेन आ गई। ट्रेन करीब आई और हॉर्न बजा। इतने में दोनों घबरा गईं कि क्या करें। पटरी पार करने ही वाली थी कि ट्रेन की टक्कर लगी और दोनों उछलकर करीब दस फीट दूर जा गिरी। सिर में चोट लगने के कारण दादी शारदा की मौके पर ही मौत हो गई। पोती तन्नू को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसने भी दम तोड़ दिया। घटना के बाद रहवासियों ने कहा कि जिस ब्रिज के नीचे यह हादसा हुआ वहां पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। शॉर्टकट के चक्कर में लोग पटरी पार करते हैं और ट्रेन आ जाती है। पुलिया पर खड़े रहने की जगह नहीं है, जिस कारण लोगों को बचने का रास्ता नहीं मिल पाता। 


























































































































































































































































































भाजपा 'राष्ट्र भक्तिÓ को समर्पित, वहीं विरोधी दल 'परिवार भक्तिÓ को समर्पित: पीएम मोदी


नई दिल्ली। बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां ''राष्ट्र भक्तिÓÓ को समर्पित है वहीं विरोधी दलों का समर्पण ''परिवार भक्तिÓÓ के प्रति है।परिवारवादी पार्टियों को लोकतंत्र का दुश्मन करार देते हुए मोदी ने यह भी कहा कि ऐसे दल संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कुछ नहीं समझते, उन्होंने देश की प्रतिभा तथा युवा शक्ति को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि हमेशा उनके साथ ''विश्वासघातÓÓ किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही।इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है और जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।उन्होंने कहा, ''हम राष्ट्र नीति से राजनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। हमारे लिए राजनीति और राष्ट्र नीति साथ साथ चलती हैं। लेकिन यह भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवार भक्ति की और दूसरी है राष्ट्र भक्ति की।ÓÓमोदी ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ और सिर्फ अपने तथा अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं और इन परिवारवादी पार्टियों के सदस्यों का स्थानीय निकायों से लेकर संसद तक में दबदबा रहता है।उन्होंने कहा, ''ये लोग भले ही अलग-अलग राज्यों में हों लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढंक कर रखते हैं। बीते दशकों में इस वजह से देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इन परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया और हमेशा विश्वासघात किया।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो परिवारवाद की इस चुनौती से देश को सजग और सतर्क कर रही है। उन्होंने कहा कि पहली बार भाजपा ने ही इसके खिलाफ बोलना शुरु किया और इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया।मोदी ने कहा, ''मुझे संतोष है कि देश के युवा अब यह समझने लगे हैं कि किस तरह परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियां संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को कुछ नहीं समझतीं।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी पार्टियों से आज भी भाजपा कार्यकर्ता लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ लड़ रहे हैं और कई कार्यकर्ताओं को तो बलिदान तक देना पड़ा है।उन्होंने कहा, ''भाजपा ऐसे राज्यों में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी। यह यज्ञ तब तक चलेगा जब तक हम लोकतंत्र विरोधी ताकतों को परास्त नहीं कर देते।ÓÓ

मौजूदा वैश्विक परिस्थिति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत को एक मजबूत देश के रूप में देखा जा रहा है।उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नीयत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है और निश्चयशक्ति भी है।ÓÓउन्होंने कहा कि इसलिए आज देश जो लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरा भी कर रहा है।

विरोधी दलों पर दशकों तक वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा ने न सिर्फ इसका मुकाबला किया है बल्कि इसके नुकसान से देशवासियों को वाकिफ करने में भी सफल रही है।उन्होंने कहा, ''कुछ लोगों से ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसा कर रखो... यही उनकी नीति थी। भेदभाव और भ्रष्टाचार... ये सब वोटबैंक की राजनीति के दुष्प्रभाव थे।ÓÓप्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने केंद्रीय योजनाओं में भेदभाव की सारी गुंजाइश की समाप्ति, तुष्टिकरण की आशंकाओं की समाप्ति, स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति का खात्मा और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचना सुनिश्चित किया है।































































































































































































































































































भाजपा 'राष्ट्र भक्तिÓ को समर्पित, वहीं विरोधी दल 'परिवार भक्तिÓ को समर्पित: पीएम मोदी


नई दिल्ली। बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां ''राष्ट्र भक्तिÓÓ को समर्पित है वहीं विरोधी दलों का समर्पण ''परिवार भक्तिÓÓ के प्रति है।परिवारवादी पार्टियों को लोकतंत्र का दुश्मन करार देते हुए मोदी ने यह भी कहा कि ऐसे दल संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कुछ नहीं समझते, उन्होंने देश की प्रतिभा तथा युवा शक्ति को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि हमेशा उनके साथ ''विश्वासघातÓÓ किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही।इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है और जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।उन्होंने कहा, ''हम राष्ट्र नीति से राजनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। हमारे लिए राजनीति और राष्ट्र नीति साथ साथ चलती हैं। लेकिन यह भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवार भक्ति की और दूसरी है राष्ट्र भक्ति की।ÓÓमोदी ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ और सिर्फ अपने तथा अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं और इन परिवारवादी पार्टियों के सदस्यों का स्थानीय निकायों से लेकर संसद तक में दबदबा रहता है।उन्होंने कहा, ''ये लोग भले ही अलग-अलग राज्यों में हों लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढंक कर रखते हैं। बीते दशकों में इस वजह से देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इन परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया और हमेशा विश्वासघात किया।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो परिवारवाद की इस चुनौती से देश को सजग और सतर्क कर रही है। उन्होंने कहा कि पहली बार भाजपा ने ही इसके खिलाफ बोलना शुरु किया और इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया।मोदी ने कहा, ''मुझे संतोष है कि देश के युवा अब यह समझने लगे हैं कि किस तरह परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियां संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को कुछ नहीं समझतीं।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी पार्टियों से आज भी भाजपा कार्यकर्ता लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ लड़ रहे हैं और कई कार्यकर्ताओं को तो बलिदान तक देना पड़ा है।उन्होंने कहा, ''भाजपा ऐसे राज्यों में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी। यह यज्ञ तब तक चलेगा जब तक हम लोकतंत्र विरोधी ताकतों को परास्त नहीं कर देते।ÓÓ

मौजूदा वैश्विक परिस्थिति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत को एक मजबूत देश के रूप में देखा जा रहा है।उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नीयत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है और निश्चयशक्ति भी है।ÓÓउन्होंने कहा कि इसलिए आज देश जो लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरा भी कर रहा है।

विरोधी दलों पर दशकों तक वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा ने न सिर्फ इसका मुकाबला किया है बल्कि इसके नुकसान से देशवासियों को वाकिफ करने में भी सफल रही है।उन्होंने कहा, ''कुछ लोगों से ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसा कर रखो... यही उनकी नीति थी। भेदभाव और भ्रष्टाचार... ये सब वोटबैंक की राजनीति के दुष्प्रभाव थे।ÓÓप्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने केंद्रीय योजनाओं में भेदभाव की सारी गुंजाइश की समाप्ति, तुष्टिकरण की आशंकाओं की समाप्ति, स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति का खात्मा और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचना सुनिश्चित किया है।































































































































































































































































































भाजपा 'राष्ट्र भक्तिÓ को समर्पित, वहीं विरोधी दल 'परिवार भक्तिÓ को समर्पित: पीएम मोदी


नई दिल्ली। बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां ''राष्ट्र भक्तिÓÓ को समर्पित है वहीं विरोधी दलों का समर्पण ''परिवार भक्तिÓÓ के प्रति है।परिवारवादी पार्टियों को लोकतंत्र का दुश्मन करार देते हुए मोदी ने यह भी कहा कि ऐसे दल संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कुछ नहीं समझते, उन्होंने देश की प्रतिभा तथा युवा शक्ति को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि हमेशा उनके साथ ''विश्वासघातÓÓ किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही।इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है और जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।उन्होंने कहा, ''हम राष्ट्र नीति से राजनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। हमारे लिए राजनीति और राष्ट्र नीति साथ साथ चलती हैं। लेकिन यह भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवार भक्ति की और दूसरी है राष्ट्र भक्ति की।ÓÓमोदी ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ और सिर्फ अपने तथा अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं और इन परिवारवादी पार्टियों के सदस्यों का स्थानीय निकायों से लेकर संसद तक में दबदबा रहता है।उन्होंने कहा, ''ये लोग भले ही अलग-अलग राज्यों में हों लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढंक कर रखते हैं। बीते दशकों में इस वजह से देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इन परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया और हमेशा विश्वासघात किया।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो परिवारवाद की इस चुनौती से देश को सजग और सतर्क कर रही है। उन्होंने कहा कि पहली बार भाजपा ने ही इसके खिलाफ बोलना शुरु किया और इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया।मोदी ने कहा, ''मुझे संतोष है कि देश के युवा अब यह समझने लगे हैं कि किस तरह परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियां संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को कुछ नहीं समझतीं।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी पार्टियों से आज भी भाजपा कार्यकर्ता लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ लड़ रहे हैं और कई कार्यकर्ताओं को तो बलिदान तक देना पड़ा है।उन्होंने कहा, ''भाजपा ऐसे राज्यों में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी। यह यज्ञ तब तक चलेगा जब तक हम लोकतंत्र विरोधी ताकतों को परास्त नहीं कर देते।ÓÓ

मौजूदा वैश्विक परिस्थिति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत को एक मजबूत देश के रूप में देखा जा रहा है।उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नीयत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है और निश्चयशक्ति भी है।ÓÓउन्होंने कहा कि इसलिए आज देश जो लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरा भी कर रहा है।

विरोधी दलों पर दशकों तक वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा ने न सिर्फ इसका मुकाबला किया है बल्कि इसके नुकसान से देशवासियों को वाकिफ करने में भी सफल रही है।उन्होंने कहा, ''कुछ लोगों से ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसा कर रखो... यही उनकी नीति थी। भेदभाव और भ्रष्टाचार... ये सब वोटबैंक की राजनीति के दुष्प्रभाव थे।ÓÓप्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने केंद्रीय योजनाओं में भेदभाव की सारी गुंजाइश की समाप्ति, तुष्टिकरण की आशंकाओं की समाप्ति, स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति का खात्मा और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचना सुनिश्चित किया है।































































































































































































































































































भाजपा 'राष्ट्र भक्तिÓ को समर्पित, वहीं विरोधी दल 'परिवार भक्तिÓ को समर्पित: पीएम मोदी


नई दिल्ली। बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां ''राष्ट्र भक्तिÓÓ को समर्पित है वहीं विरोधी दलों का समर्पण ''परिवार भक्तिÓÓ के प्रति है।परिवारवादी पार्टियों को लोकतंत्र का दुश्मन करार देते हुए मोदी ने यह भी कहा कि ऐसे दल संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कुछ नहीं समझते, उन्होंने देश की प्रतिभा तथा युवा शक्ति को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि हमेशा उनके साथ ''विश्वासघातÓÓ किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही।इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है और जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।उन्होंने कहा, ''हम राष्ट्र नीति से राजनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। हमारे लिए राजनीति और राष्ट्र नीति साथ साथ चलती हैं। लेकिन यह भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवार भक्ति की और दूसरी है राष्ट्र भक्ति की।ÓÓमोदी ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ और सिर्फ अपने तथा अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं और इन परिवारवादी पार्टियों के सदस्यों का स्थानीय निकायों से लेकर संसद तक में दबदबा रहता है।उन्होंने कहा, ''ये लोग भले ही अलग-अलग राज्यों में हों लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढंक कर रखते हैं। बीते दशकों में इस वजह से देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इन परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया और हमेशा विश्वासघात किया।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो परिवारवाद की इस चुनौती से देश को सजग और सतर्क कर रही है। उन्होंने कहा कि पहली बार भाजपा ने ही इसके खिलाफ बोलना शुरु किया और इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया।मोदी ने कहा, ''मुझे संतोष है कि देश के युवा अब यह समझने लगे हैं कि किस तरह परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियां संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को कुछ नहीं समझतीं।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी पार्टियों से आज भी भाजपा कार्यकर्ता लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ लड़ रहे हैं और कई कार्यकर्ताओं को तो बलिदान तक देना पड़ा है।उन्होंने कहा, ''भाजपा ऐसे राज्यों में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी। यह यज्ञ तब तक चलेगा जब तक हम लोकतंत्र विरोधी ताकतों को परास्त नहीं कर देते।ÓÓ

मौजूदा वैश्विक परिस्थिति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत को एक मजबूत देश के रूप में देखा जा रहा है।उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नीयत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है और निश्चयशक्ति भी है।ÓÓउन्होंने कहा कि इसलिए आज देश जो लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरा भी कर रहा है।

विरोधी दलों पर दशकों तक वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा ने न सिर्फ इसका मुकाबला किया है बल्कि इसके नुकसान से देशवासियों को वाकिफ करने में भी सफल रही है।उन्होंने कहा, ''कुछ लोगों से ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसा कर रखो... यही उनकी नीति थी। भेदभाव और भ्रष्टाचार... ये सब वोटबैंक की राजनीति के दुष्प्रभाव थे।ÓÓप्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने केंद्रीय योजनाओं में भेदभाव की सारी गुंजाइश की समाप्ति, तुष्टिकरण की आशंकाओं की समाप्ति, स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति का खात्मा और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचना सुनिश्चित किया है।































































































































































































































































































भाजपा 'राष्ट्र भक्तिÓ को समर्पित, वहीं विरोधी दल 'परिवार भक्तिÓ को समर्पित: पीएम मोदी


नई दिल्ली। बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां ''राष्ट्र भक्तिÓÓ को समर्पित है वहीं विरोधी दलों का समर्पण ''परिवार भक्तिÓÓ के प्रति है।परिवारवादी पार्टियों को लोकतंत्र का दुश्मन करार देते हुए मोदी ने यह भी कहा कि ऐसे दल संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कुछ नहीं समझते, उन्होंने देश की प्रतिभा तथा युवा शक्ति को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि हमेशा उनके साथ ''विश्वासघातÓÓ किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही।इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है और जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।उन्होंने कहा, ''हम राष्ट्र नीति से राजनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। हमारे लिए राजनीति और राष्ट्र नीति साथ साथ चलती हैं। लेकिन यह भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवार भक्ति की और दूसरी है राष्ट्र भक्ति की।ÓÓमोदी ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ और सिर्फ अपने तथा अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं और इन परिवारवादी पार्टियों के सदस्यों का स्थानीय निकायों से लेकर संसद तक में दबदबा रहता है।उन्होंने कहा, ''ये लोग भले ही अलग-अलग राज्यों में हों लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढंक कर रखते हैं। बीते दशकों में इस वजह से देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इन परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया और हमेशा विश्वासघात किया।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो परिवारवाद की इस चुनौती से देश को सजग और सतर्क कर रही है। उन्होंने कहा कि पहली बार भाजपा ने ही इसके खिलाफ बोलना शुरु किया और इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया।मोदी ने कहा, ''मुझे संतोष है कि देश के युवा अब यह समझने लगे हैं कि किस तरह परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियां संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को कुछ नहीं समझतीं।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी पार्टियों से आज भी भाजपा कार्यकर्ता लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ लड़ रहे हैं और कई कार्यकर्ताओं को तो बलिदान तक देना पड़ा है।उन्होंने कहा, ''भाजपा ऐसे राज्यों में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी। यह यज्ञ तब तक चलेगा जब तक हम लोकतंत्र विरोधी ताकतों को परास्त नहीं कर देते।ÓÓ

मौजूदा वैश्विक परिस्थिति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत को एक मजबूत देश के रूप में देखा जा रहा है।उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नीयत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है और निश्चयशक्ति भी है।ÓÓउन्होंने कहा कि इसलिए आज देश जो लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरा भी कर रहा है।

विरोधी दलों पर दशकों तक वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा ने न सिर्फ इसका मुकाबला किया है बल्कि इसके नुकसान से देशवासियों को वाकिफ करने में भी सफल रही है।उन्होंने कहा, ''कुछ लोगों से ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसा कर रखो... यही उनकी नीति थी। भेदभाव और भ्रष्टाचार... ये सब वोटबैंक की राजनीति के दुष्प्रभाव थे।ÓÓप्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने केंद्रीय योजनाओं में भेदभाव की सारी गुंजाइश की समाप्ति, तुष्टिकरण की आशंकाओं की समाप्ति, स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति का खात्मा और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचना सुनिश्चित किया है।































































































































































































































































































भाजपा 'राष्ट्र भक्तिÓ को समर्पित, वहीं विरोधी दल 'परिवार भक्तिÓ को समर्पित: पीएम मोदी


नई दिल्ली। बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां ''राष्ट्र भक्तिÓÓ को समर्पित है वहीं विरोधी दलों का समर्पण ''परिवार भक्तिÓÓ के प्रति है।परिवारवादी पार्टियों को लोकतंत्र का दुश्मन करार देते हुए मोदी ने यह भी कहा कि ऐसे दल संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कुछ नहीं समझते, उन्होंने देश की प्रतिभा तथा युवा शक्ति को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि हमेशा उनके साथ ''विश्वासघातÓÓ किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही।इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है और जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।उन्होंने कहा, ''हम राष्ट्र नीति से राजनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। हमारे लिए राजनीति और राष्ट्र नीति साथ साथ चलती हैं। लेकिन यह भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवार भक्ति की और दूसरी है राष्ट्र भक्ति की।ÓÓमोदी ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ और सिर्फ अपने तथा अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं और इन परिवारवादी पार्टियों के सदस्यों का स्थानीय निकायों से लेकर संसद तक में दबदबा रहता है।उन्होंने कहा, ''ये लोग भले ही अलग-अलग राज्यों में हों लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढंक कर रखते हैं। बीते दशकों में इस वजह से देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इन परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया और हमेशा विश्वासघात किया।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो परिवारवाद की इस चुनौती से देश को सजग और सतर्क कर रही है। उन्होंने कहा कि पहली बार भाजपा ने ही इसके खिलाफ बोलना शुरु किया और इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया।मोदी ने कहा, ''मुझे संतोष है कि देश के युवा अब यह समझने लगे हैं कि किस तरह परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियां संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को कुछ नहीं समझतीं।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी पार्टियों से आज भी भाजपा कार्यकर्ता लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ लड़ रहे हैं और कई कार्यकर्ताओं को तो बलिदान तक देना पड़ा है।उन्होंने कहा, ''भाजपा ऐसे राज्यों में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी। यह यज्ञ तब तक चलेगा जब तक हम लोकतंत्र विरोधी ताकतों को परास्त नहीं कर देते।ÓÓ

मौजूदा वैश्विक परिस्थिति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत को एक मजबूत देश के रूप में देखा जा रहा है।उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नीयत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है और निश्चयशक्ति भी है।ÓÓउन्होंने कहा कि इसलिए आज देश जो लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरा भी कर रहा है।

विरोधी दलों पर दशकों तक वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा ने न सिर्फ इसका मुकाबला किया है बल्कि इसके नुकसान से देशवासियों को वाकिफ करने में भी सफल रही है।उन्होंने कहा, ''कुछ लोगों से ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसा कर रखो... यही उनकी नीति थी। भेदभाव और भ्रष्टाचार... ये सब वोटबैंक की राजनीति के दुष्प्रभाव थे।ÓÓप्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने केंद्रीय योजनाओं में भेदभाव की सारी गुंजाइश की समाप्ति, तुष्टिकरण की आशंकाओं की समाप्ति, स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति का खात्मा और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचना सुनिश्चित किया है।































































































































































































































































































भाजपा 'राष्ट्र भक्तिÓ को समर्पित, वहीं विरोधी दल 'परिवार भक्तिÓ को समर्पित: पीएम मोदी


नई दिल्ली। बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां ''राष्ट्र भक्तिÓÓ को समर्पित है वहीं विरोधी दलों का समर्पण ''परिवार भक्तिÓÓ के प्रति है।परिवारवादी पार्टियों को लोकतंत्र का दुश्मन करार देते हुए मोदी ने यह भी कहा कि ऐसे दल संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कुछ नहीं समझते, उन्होंने देश की प्रतिभा तथा युवा शक्ति को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि हमेशा उनके साथ ''विश्वासघातÓÓ किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही।इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है और जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।उन्होंने कहा, ''हम राष्ट्र नीति से राजनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। हमारे लिए राजनीति और राष्ट्र नीति साथ साथ चलती हैं। लेकिन यह भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवार भक्ति की और दूसरी है राष्ट्र भक्ति की।ÓÓमोदी ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ और सिर्फ अपने तथा अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं और इन परिवारवादी पार्टियों के सदस्यों का स्थानीय निकायों से लेकर संसद तक में दबदबा रहता है।उन्होंने कहा, ''ये लोग भले ही अलग-अलग राज्यों में हों लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढंक कर रखते हैं। बीते दशकों में इस वजह से देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इन परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया और हमेशा विश्वासघात किया।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो परिवारवाद की इस चुनौती से देश को सजग और सतर्क कर रही है। उन्होंने कहा कि पहली बार भाजपा ने ही इसके खिलाफ बोलना शुरु किया और इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया।मोदी ने कहा, ''मुझे संतोष है कि देश के युवा अब यह समझने लगे हैं कि किस तरह परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियां संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को कुछ नहीं समझतीं।ÓÓप्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी पार्टियों से आज भी भाजपा कार्यकर्ता लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ लड़ रहे हैं और कई कार्यकर्ताओं को तो बलिदान तक देना पड़ा है।उन्होंने कहा, ''भाजपा ऐसे राज्यों में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी। यह यज्ञ तब तक चलेगा जब तक हम लोकतंत्र विरोधी ताकतों को परास्त नहीं कर देते।ÓÓ

मौजूदा वैश्विक परिस्थिति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत को एक मजबूत देश के रूप में देखा जा रहा है।उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नीयत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है और निश्चयशक्ति भी है।ÓÓउन्होंने कहा कि इसलिए आज देश जो लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरा भी कर रहा है।

विरोधी दलों पर दशकों तक वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा ने न सिर्फ इसका मुकाबला किया है बल्कि इसके नुकसान से देशवासियों को वाकिफ करने में भी सफल रही है।उन्होंने कहा, ''कुछ लोगों से ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसा कर रखो... यही उनकी नीति थी। भेदभाव और भ्रष्टाचार... ये सब वोटबैंक की राजनीति के दुष्प्रभाव थे।ÓÓप्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने केंद्रीय योजनाओं में भेदभाव की सारी गुंजाइश की समाप्ति, तुष्टिकरण की आशंकाओं की समाप्ति, स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति का खात्मा और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचना सुनिश्चित किया है।































































































































































































































































































भाजपा 'राष्ट्र भक्तिÓ को समर्पित, वहीं विरोधी दल 'परिवार भक्तिÓ को समर्पित: पीएम मोदी


नई दिल्ली। बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जहां ''राष्ट्र भक्तिÓÓ को समर्पित है वहीं विरोधी दलों का समर्पण ''परिवार भक्तिÓÓ के प्रति है।परिवारवादी पार्टियों को लोकतंत्र का दुश्मन करार देते हुए मोदी ने यह भी कहा कि ऐसे दल संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कुछ नहीं समझते, उन्होंने देश की प्रतिभा तथा युवा शक्ति को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि हमेशा उनके साथ ''विश्वासघातÓÓ किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही।इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है और जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।उन्होंने कहा, ''हम राष्ट्र नीति से राजनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। हमारे लिए राजनीति और राष्ट्र नीति साथ साथ चलती हैं। लेकिन यह भी सच्