उपचुनाव परिणाम भाजपा के लिए रहे निराशाजनक



बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार में विपक्ष की बड़ी जीत

नई दिल्ली। देश के कुछ राज्यों में हुए विधानसभा व लोकसभा उपचुनाव के परिणाम भाजपा के लिए निराशाजनक और विपक्ष के लिए उत्साहवर्धक रहे। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में जहां कांग्रेस को जीत मिली वहीं पश्चिम बंगाल में हुए उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने बॉलीगंज विधानसभा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा और आसनसोल लोकसभा सीट भाजपा से छीन ली। इसके अलावा बिहार में आरजेडी ने एनडीए से एक सीट छीन ली। वैसे ज्यादातर उपचुनाव परिणाम राज्यों में सत्तारुढ़ दल के पक्ष में ही जाते हैं इस लिहाज से महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और बंगाल के परिणाम ज्यादा चौंकाने वाले नहीं रहे लेकिन बिहार में जिस तरह आरजेडी को बड़ी जीत हासिल हुई है उससे आने वाले दिनों में राज्य में नयी राजनीतिक हलचल देखने को मिल सकती हैं। साथ ही आसनसोल लोकसभा सीट भाजपा के हाथ से खिसकना राज्य भाजपा नेतृत्व के कौशल पर भी सवाल खड़े करता है।पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा सीट से शत्रुघ्न सिन्हा और बालीगंज विधानसभा सीट से बाबुल सुप्रियो की जीत हुई है। वहीं बिहार के बोचहां सीट से राजद के प्रत्याशी अमर पासवान ने जीत हासिल की है।टीएमसी नेता बाबुल सुप्रियो 20 हजार से ज्यादा वोटों से जीत चुके है। बालीगंज विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कहा, मैं जिस पार्टी में रहता हूं, उस पार्टी के लिए जान भी देता हूं। मुझे यह साबित करने की ज़रुरत नहीं। पहले मैंने भाजपा के लिए 2 गोल किए, अब मैं टीएमसी के लिए 10 गोल करूंगा। 20,000 ज़्यादा वोटों से मिली जीत को मैं ममता बनर्जी और टीएमसी संगठन को समर्पित करता हूं। उन्होंने बीजेपी की हार के लिए ईंधन की कीमतों को भी जिम्मेदार बताया। बाबुल ने कहा कि आज जनता ने भाजपा के अहंकार को नष्ट कर दिया है। भाजपा की नीतियां देश विरोधी है। जीत का श्रेय ममता बनर्जी को जाता है।

बिहार की बात करें तो यहां आरजेडी उम्मीदवार अमर कुमार पासवान ने बोचहां विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भाजपा उम्मीदवार बेबी कुमारी को 35,000 से अधिक मतों से हराया है। उधर, अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए तब बड़ी खुशी आई जब राजनांदगांव जिले की खैरागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उसने जीत हासिल कर अपनी सीटों की संख्या बढ़ा ली। इस सीट पर राज्य में सत्तारुढ़ कांग्रेस की प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कोमल जंघेल को मात दी। यह सीट जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक देवव्रत सिंह के निधन से खाली हुई थी। वहीं महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की गठजोड़ सरकार के लिए भी तब राहत भरी खबर आई जब कोल्हापुर उत्तर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल करते हुए इस सीट को अपने पास बरकरार रखा। हम आपको बता दें कि कोल्हापुर उत्तर सीट दिसंबर 2021 में कोरोना वायरस संक्रमण से कांग्रेस विधायक चंद्रकांत जाधव के निधन के कारण खाली हो गई थी। इस सीट पर उपचुनाव के लिए 12 अप्रैल को मतदान हुआ था और 61.19 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। चुनाव मैदान में कुल 15 उम्मीदवार थे लेकिन मुख्य मुकाबला राज्य में महाविकास अघाडी सरकार के घटक दल कांग्रेस और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के बीच था। उल्लेखनीय है कि दिवंगत विधायक की पत्नी जयश्री जाधव ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा जबकि भाजपा ने सत्यजीत कदम को मैदान में उतारा था। हालांकि इस सीट पर जीत का अंतर बहुत ज्यादा नहीं रहा लेकिन कांग्रेस अपना यह किला बचाने में सफल रही है।