शंघाई में कोरोना से हाहाकार: हालात से निपटने के लिए भेजी गई सेना, 2.6 करोड़ लोगों का होगा कोविड टेस्ट



बीजिंग. चीन में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से हालात बेहद खराब हो रहे हैं. चीन के दो दर्जन से अधिक प्रांत में कोरोना संक्रमण फैल चुका है. शंघाई में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमितों के 9,006 नए मामले सामने आए हैं. कोरोना की पहली लहर की पीक के बाद से यह सबसे अधिक एक दिवसीय बढ़त है. करीब 2.6 करोड़ आबादी वाले शंघाई प्रांत में हालात पर काबू पाने के लिए चीनी सेना और 2,000 से अधिक चिकित्सा कर्मियों को शंघाई भेजा गया है, ताकि मरीजों का इलाज हो सके.चीन में सबसे ज्यादा संक्रमण में बढ़त शंघाई में ही देखा जा रहा है. यहां हर रोज कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं. वहीं संक्रमण के चेन को रोकने के लिए लॉकडाउन के कारण लाखों लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों की माने तो बीते रविवार यहां संक्रमण के 438 नये मामलों की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही 7,788 ऐसे संक्रमितों का पता चला है जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं थे. रिपोर्ट की माने तो शंघाई में आ रहा दैनिक मामला चीन में 2019 के अंत में वुहान में मिले मामलों के बाद सबसे ज्यादा हैं. शंघाई में 2.6 करोड़ की आबादी दो चरणों में लॉकडाउन का सामना कर रही है.चीन दुनिया के सर्वाधिक टीकाकरण वाले देशों में शामिल है. चीन में 88% से अधिक आबादी को कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लग चुकी है, लेकिन इसके बावजूद चीन के बुजुर्गों यानी 60 साल से अधिक आयु के लोगों में से मात्र 52% को ही डबल डोज लग पाई है.


हालात इतना खराब हो चुके हैं कि शंघाई के किसी भी अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं बची है. इसके बावजूद चीन का दावा है कि शंघाई में कोरोना संक्रमण से अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है. चीन के बड़े व्यावसायिक हब शंघाई में अगले शुक्रवार तक पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है. बैंकिंग और अन्य गतिविधियां बाधित नहीं हों, इसके लिए शंघाई के लगभग 20 हजार बैकर्स दफ्तरों में रह रहे हैं. यहीं सो भी रहे हैं. सरकार की ओर से उनके खाने का इंतजाम किया गया है.