एलओसी के नजदीक सेना का हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त; पायलट की मौत, सह-पायलट सुरक्षित



श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के जिला बांडीपोरा के गुरेज के तुलैल इलाके में शुक्रवार दोपहर को सेना का एक चीता हेलीकाप्टर गुजरान नाले के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरेज घाटी के गुजरान नाले हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी मिलते ही वहां बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। हेलीकाप्टर के पायलट और सह-पायलट का पता लगाया जा रहा है। स्थानीय लोगों की मानें तो हेलीकाप्टर में सवार पायलट और को-पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए हैं परंतु अभी तक अधिकारिक तौर पर इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है।एसडीएम गुरेज ने बताया कि दुर्घटना के बाद से सेना के हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया था। वहीं रक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार गुरेज सेक्टर के बरौम इलाके में भारतीय सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। सुरक्षाबलों का दल हेलिकॉप्टर के पायलट व को-पायलट के बचाव के लिए बर्फीले इलाके में पहुंच रहे हैं।
आपको बता दें कि यह हादसा नियंत्रण रेखा के नजदीक गुरेज सेक्टर में हुआ। ऐसी आशंका जाहिर की जा रही है कि नियंत्रण रेखा के नजदीक जब सेना का ये हेलीकाप्टर गश्त लगा रहा था, उसमें अचानक से तकनीकी खराबी आ गई। बर्फीला इलाका होने की वजह से इमरजेंसी लेंडिंग नहीं हो सकती थी। लिहाजा पायलट व को-पायलट संपर्क टूटने से पहले हेलीकाप्टर से सुरक्षित निकल गए थे। इसके बाद हेलीकाप्टर गुजरान नाले में गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया।आपको यह भी बता दें कि बांडीपोरा में ही वर्ष 2015 में सफापोरा के कुर्शू जंगल के पास सेना का एक हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इस दौरान सेना की 202 एविएशन के लेफ्टिनेंट कर्नल राजेश गुलाटी और मेजर ताहिर हुसैन खान ने अपना बलिदान दे दिया था। अगरे पिछले वर्ष 2021 की ही बात करें तो जम्मू संभाग के जिला ऊधमपुर व जिला कठुआ के बसोहली इलाके में सेना के दो हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुए थे। इन दोनों दुर्घटना में सेना के 4 जवान बलिदानी हुए।
सितंबर 2021 में जिला ऊधमपुर में पटनीटॉप के पास शिव गढ़ धार इलाके में सेना का चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसमें पायलट व को-पायलट बलिदान हो गए। बलिदानियों में मेजर रोहित कुमार और मेजर अनुज राजपूत शामिल थे। उससे पहले अगस्त 2021 में जिला कठुआ के बसोहली क्षेत्र में रंजीत सागर बांध में सेना का ध्रुव हेलीकाप्टर जलमग्न हो गया। इस हादसे में लेफ्टिनेंट कर्नल एएस बाथ और कैप्टन जयंत जोशी ने अपना बलिदान दे दिया।