सफदरजंग अस्पताल में एक बार फिर शुरू होगी डेड ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा



काल चिन्तन न्यूज

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नई दिल्ली। सफदरजंग अस्पताल में यूरोलॉजी, रोबोटिक्स और रीनल ट्रांसप्लांट विभाग को जल्द राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र घोषित किया जाएगा। इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। अस्पताल में शनिवार को विश्व किडनी दिवस के उपलक्ष्य में हुए कार्यक्रम में स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. सुनील कुमार ने यह जानकारी दी।सफदरजंग अस्पताल के यूरोलॉजी, रोबोटिक्स और रीनल ट्रांसप्लांट विभाग में नोटो की साथ मिलकर शनिवार को विश्व किडनी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि किडनी रोगों की रोकथाम और उपचार पर केंद्रित राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम शुरू करने की ‌दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। गुर्दे की बीमारियों की रोकथाम पर हमें बेहतर काम करने की जरूरत है। यदि लोगों में इसे लेकर विशेष जागरूकता फैलाई जाती है तो काफी फायदा होगा।इस दौरान उन्होंने केंद्र भी शुरू करने की घोषणा की। इस मौके पर सफदजंग अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक प्रो (डॉ) एसवी आर्य, मुख्य संरक्षक प्रोफेसर (डॉ) अनूप कुमार, एचओडी यूरोलॉजी, रोबोटिक्स और रीनल ट्रांसप्लांट और रेनल ट्रांसप्लांट के लिए नोडल अधिकारी, एसजेएच और वीएमएमसी आयोजन सचिव थे। कार्यक्रम में 250 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिसमें एसजेएच के संकाय और चिकित्सा कर्मचारी, मेडिकल छात्र, नर्सिंग छात्र, गैर सरकारी संगठन, अर्धसैनिक सेवा अधिकारी और समाज के अन्य लोग शामिल हैं।साथ ही अंगदान करने वाले परिवारों को डीजीएचएस और एमएस एसजेएच द्वारा सम्मानित किया गया और प्राथमिकता उपचार कार्ड के साथ प्रशंसा का प्रमाण पत्र दिया गया। सफदजंग अस्पताल इसे शुरू करने वाला भारत का पहला अस्पताल है। 

सफदरजंग में फिर शुरू होगा मृत अंग प्रत्यारोपण: सफदजंग और वर्धमान मेडिकल कॉलेज में जल्द मृत अंग प्रत्यारोपण गतिविधियों को फिर से शुरू किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में ब्रेन डेड मरीजों के अंग निकालकर जरूरतमंद मरीजों के शरीर में प्रत्यारोपित किया जाता है। सफदरजंग अस्पताल भारत का एकमात्र अस्पताल है जो भारत के विभिन्न हिस्सों से आने वाले सभी रोगियों को जीवन भर प्रत्यारोपण के बाद प्रतिरोधक क्षमता कम करने वाली दवाओं के साथ मुफ्त किडनी प्रत्यारोपण सेवाएं प्रदान करता है।