मोदी का परिवारवाद पर हमला:भाजपा सांसदों से कहा- वंशवाद लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा



नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर परिवारवाद पर हमला बोला है। भाजपा संसदीय दल की मीटिंग में मोदी ने सांसदों से कहा, 'अगर विधानसभा चुनाव में आपके बच्चों के टिकट कटे हैं, तो उसकी वजह मैं हूं। मेरा मानना है कि वंशवाद लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है।'चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा की बंपर जीत के बाद दिल्ली में पार्टी संसदीय दल की मीटिंग हुई। ढट ने कहा कि परिवारवाद से जातिवाद को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने इखढ सांसदों से कड़े लहजे में कहा कि पार्टी में पारिवारिक राजनीति की इजाजत नहीं दी जाएगी। दूसरी पाटिर्यों की वंशवाद की राजनीति के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी।मीटिंग में मोदी ने 'द कश्मीर फाइल्स' की तारीफ की। उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्में बनती रहनी चाहिए। इनसे सच उजागर होता है। फिल्म में जो दिखाया गया है, कश्मीर के उस सच को दबाने की कोशिश की जाती रही है। ढट ने भाजपा संसदीय दल की मीटिंग में यूक्रेन से भारतीय छात्रों की वापसी को लेकर भी जानकारी दी।

पीएम ने जेपी नड्डा को स्वागत के लिए आगे किया

मीटिंग की शुरुआत में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भाजपा की जीत के लिए प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया। इस दौरान ढट ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को सम्मान के लिए आगे कर दिया। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोदी और नड्डा को बड़ी माला पहनाकर जीत की बधाई दी।इससे पहले, भाजपा संसदीय बोर्ड ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा विधानसभा में विधायक दल के नेताओं के चुनाव के लिए सेंट्रल आॅब्जर्वर और को-आॅब्जर्वर नियुक्त किए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को उत्तर प्रदेश के लिए और उत्तराखंड के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सेंट्रल आॅब्जर्वर बनाया गया है।इसी तरह, केंद्रीय वित्त मंत्री निमर्ला सीतारमण को मणिपुर के लिए सेंट्रल आॅब्जर्वर बनाया गया है, जबकि किरेन रिजिजू वहां के को-आॅब्जर्वर हैं। गोवा के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को सेंट्रल आॅब्जर्वर बनाया गया है।

जीत पर मोदी बोले थे- होली 10 मार्च से शुरू हुई

पांच में से चार राज्यों में जीत पर 10 मार्च की शाम को ही दिल्ली भाजपा कार्यालय में बड़ा जश्न मनाया गया था। उस दौरान मोदी ने कहा था, 'आज हमारे कार्यकर्ताओं ने जीत का चौका लगाया है। उत्तर प्रदेश ने देश को अनेक प्रधानमंत्री दिए थे, लेकिन 5 साल का कायर्काल पूरा करने वाले किसी मुख्यमंत्री के दोबारा चुने जाने का ये पहला उदाहरण है। अभी नड्डा जी ने विस्तार से बताया कि उत्तर प्रदेश में 37 साल बाद कोई सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता में आई है। तीन राज्य वढ, गोवा और मणिपुर में सरकार में होने के बावजूद भाजपा के वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई है।'