कमलनाथ बोले- व्यापमं का नाम बदल दिया, घोटाले का काम अब भी चल रहा

 


भोपाल । मध्य प्रदेश में शिक्षक वर्ग- 3 परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में सियासत जारी है। अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार व्यापम पार्ट 2 घोटाले की ओर बढ़ रही है। सवाल उठाने पर कांग्रेस नेता केके मिश्रा पर ही एफआईआर करवा दी है। ये तो चोरी के ऊपर सीनाजोरी है।मप्र व्यापमं की शिक्षक वर्ग 3 परीक्षा के प्रश्नपत्र के परीक्षा के पहले वॉट्सअप पर वायरल होने के बाद मामला गर्म है। कांग्रेस हमलावर है। किसी लक्ष्मण सिंह नाम के व्यक्ति के वॉट्सअप नंबर से पेपर वायरल होने को लेकर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा और जयस नेता डॉ. आनंद राय ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए थे। मगर इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी लक्ष्मण सिंह मरकाम सामने आए और उन्होंने अनुसूचित जाति कल्याण थाने में केके मिश्रा और आनंद राय के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया। अब इसके बाद सोमवार को नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस परीक्षा को व्यापमं घोटाला पार्ट 2 बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी पर गंभीर सवाल उठाए। अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। चोरी और सीनाजोरी करते हुए श्री मिश्रा के खिलाफ उल्टी रिपोर्ट कर दी गई। मुख्यमंत्री को तत्काल श्री मिश्रा के ऊपर लगाए गए झूठे मामले वापस लेने चाहिए और दोषी अधिकारी को निलंबित कर मामले की पूरी जांच करानी चाहिए। आपने व्यापम का नाम बदल दिया है लेकिन उसमें घोटाले का काम अभी जारी है। आप मध्य प्रदेश को घोटाला मुक्त प्रदेश कब बनाएंगे?

क्या कहा था केके मिश्रा ने: बता दें प्रदेश कांग्रेस महामंत्री व मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने मध्य प्रदेश प्राथमिक पात्रता शिक्षक वर्ग-3 की परीक्षा में चहेतों को भर्ती कराने प्रश्नपत्र लीक करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि ऑनलाइन परीक्षा का प्रश्न पत्र सीएम के ओएसडी के मोबाइल में मिला है। इसकी उन्होंने सीएम से जांच कराने की मांग की थी। मिश्रा ने मांग की है कि मुख्यमंत्री के ओएसडी के मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच कराई जाना चाहिए। जब परीक्षा में मोबाइल आदि प्रतिबंधित था तो शिक्षक वर्ग 3 परीक्षा का प्रश्न पत्र और आंसरशीट सीएम के ओएसडी के मोबाइल फोन में कैसे पहुंचे। उन्होंने सवाल किया है कि क्या यह किसी जाति का अपमान है।

आनंद राय ने क्या कहा: लक्ष्मण सिंह मरकाम ने जो रिपोर्ट दर्ज कराई है, उसमें आरोपी बनाए जाने के बाद डॉ. आनंद राय ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने मरकाम पर मुख्यमंत्री कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अपने रसूख का इस्तेमाल कर घोटाले को दबाने के लिए यह प्रकरण दर्ज कराया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव भी बोले: पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का ट्वीट कर राज्य सरकार पर हमला किया है। मध्य प्रदेश में उल्टा चोर कोतवाल को डांटे यह कहावत चरितार्थ हो रही है।शिक्षक वर्ग- 3 परीक्षा के पेपर लीक का मामला: कमलनाथ बोले- व्यापमं का नाम बदल दिया, घोटाले का काम अब भी चल रहा शिक्षा वर्ग 3 का पेपर लीक होता है और एफआईआर दर्ज होती है केके मिश्रा और आनंद राय के खिलाफ, मुझे सरकार से उम्मीद थी कि जिन्होंने गड़बड़ी कर लाखों युवाओं का भविष्य चौपट किया उन पर एफआईआर होगी। मगर भ्रष्टाचारियों को तो सरकार का संरक्षण है, इसलिए सरकार व्यापमं घोटाले के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर एफआईआर करवा रही है। सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें ना कि आवाज उठाने वालों के खिलाफ। आखिर सबको पता चलना चाहिए लक्ष्मण सिंह कौन है?