मार्च में ही दस राज्यों में चलने लगी लू-लपटें, फसलों पर भी पड़ेगा बुरा असर

 


नई दिल्ली. देश के एक बड़े हिस्स में अचानक बढ़ी गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है. 10 से अधिक राज्यों में मार्च में ही लू चलने लगी है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली और आसपास के इलाके, पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों को लू ने अपनी चपेट में ले लिया है. अभी इससे राहत की उम्मीद नहीं है. अचानक बढ़ी गर्मी के उल्टा असर सेहत पर तो पड़ ही रहा है, इससे फसलें बर्बाद होने का खतरा भी मंडराने लगा है. यहां जानिए अपने प्रदेश के मौसम का हालस्कायमेट वेदर के मुताबिक, पिछले दिनों से तापमान बढ़ रहा है, जिससे देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है. राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में एक एंटीसाइक्लोन बन गया है. गर्म और शुष्क पश्चिमी और पश्चिमी उत्तर पश्चिमी हवाएं राजस्थान और मध्य प्रदेश के पश्चिमी भागों के साथ-साथ उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बह रही हैं. इन शुष्क और गर्म हवाओं का असर विदर्भ, गुजरात, कोंकण और तेलंगाना पर भी महसूस किया जा रहा है.जम्मू क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्से भी लू की चपेट में हैं. राजस्थान के कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से 7 से 8 डिग्री अधिक, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में सामान्य से 3 से 5 डिग्री अधिक, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में सामान्य से 7 से 6 डिग्री अधिक और जम्मू संभाग में सामान्य से 8 से 10 डिग्री अधिक है. . अब, प्रतिचक्रवात के दूर होने की उम्मीद है और हवा की दिशा पश्चिम/दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पश्चिम और उत्तर दिशा में बदल सकती है.


फसलों पर पड़ेगा बुरा असर

स्कायमेट वेदर के मुताबिक, यदि यह उच्च तापमान एक या दो सप्ताह तक बना रहता है तो वे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के कुछ हिस्सों और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में रबी फसल की उपज पर प्रतिकूल प्रभाव डालेंगे. इसके अलावा, तीव्र गर्मी से तीव्र मानसून पूर्व गतिविधियां जैसे गरज, ओलावृष्टि या धूल भरी आंधी हो सकती है. ये गतिविधियां उन फसलों को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं जो कटाई के लिए तैयार हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि आने वाले दिनों में देश में तापमान में गिरावट का संकेत मिल रहे हैं. इस प्रवृत्ति के कारण 20 मार्च से अधिकांश प्रभावित क्षेत्रों में लू की स्थिति में कमी आने की संभावना है. हालांकि, पश्चिमी राजस्थान, विदर्भ, पश्चिम मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों में कम से कम अगले कुछ दिनों तक लू का असर जारी रहने की संभावना है. अगले 2-3 दिनों में बढ़ते तापमान से कोई राहत नहीं मिलेगी.