परमाणु बमों को युद्धक ड्यूटी में लगाने के फैसले से दहशत



लंदन। परमाणु बमों को युद्धक ड्यूटी में लगाने के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के फैसले से दुनिया में दहशत फैल गई है। यूक्रेन में जारी भीषण हमले के दौरान रूसी राष्ट्रपति के परमाणु बमों को अलर्ट करने के ऐलान को दुनिया में बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। वह भी तब जब रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा 4,477 परमाणु बम हैं।यूक्रेन में रूस के हमले का वहां की सेना करारा जवाब दे रही है और यही नहीं पश्चिमी देश इसके खिलाफ लगातार एकजुट हो रहे हैं। पुतिन ने जब हमले का ऐलान किया तो उस समय पश्चिमी देशों को चेतावनी दी थी कि अगर नाटो देशों ने सैन्‍य रूप से हस्‍तक्षेप किया तो उन्हें इतिहास में सबसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। ऐसे में अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या पुतिन की धमकी दुनिया में सच होने जा रही है। ऐसा तब है जब रूस के पास हर परिस्थिति से निपटने के लिए हथियार मौजूद हैं।रूस के पास इस समय 4,477 परमाणु हथियार हैं। अमेरिका के फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक रूस के पास मौजूद कुल 4,477 परमाणु बमों में 2,565 स्ट्रेटजिक और 1,912 नॉन स्ट्रेजिक हैं। इसमें कहा गया है कि रूस अपने परमाणु बल और उसके आधारभूत ढांचे में तेजी से आधुनिकीकरण कर रहा है। इन परमाणु बमों को जमीन, सबमरीन और प्लेन के जरिए दुश्मन के ठिकाने पर गिराया जा सकता है। इसके अलावा रूस के पास कई ऐसे नॉन स्ट्रेटजिक परमाणु बम हैं जो युद्ध में तुरंत तैनात किए जा सकते हैं और वे बहुत कम ही इलाके में तबाही मचाते हैं।
इनसे रेडियो एक्टिव विकिरण भी कम होता है। ये परमाणु बम नागरिक ठिकानों को बर्बाद करने की बजाय सैन्य क्षमता को तबाह करते हैं। ये लैंडमाइन से लेकर टारपीडो तक हो सकते हैं। हालांकि अभी तक इनका जंग में इस्‍तेमाल नहीं किया गया है।रूस के पास इतने खतरनाक परमाणु बम हैं जिनको लंबी दूरी तक मार करने वाली शक्तिशाली मिसाइलों के जरिए दागा जा सकता है। ये मिसाइलें इतनी ज्‍यादा ताकतवर हैं कि उनसे ब्रिटेन को मात्र 20 मिनट में और अमेरिका को 30 मिनट में निशाना बनाया जा सकता है। रूस ने इन हथियारों के नाम भी जानबूझकर बहुत डरावने रखे हैं। इनमें से एक का नाम तो शैतान है। ये हथियार पूरे शहर को तबाह करने के लिए बनाए गए हैं। हालांकि अगर पुतिन इन परमाणु बमों का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें लिए भी बहुत बड़ा खतरा पैदा हो जाएगा। पुतिन यह अच्छी तरह से जानते हैं कि नाटो देशों के पास भी उतने ही खतरनाक परमाणु बम मौजूद हैं। अमेरिका के पास हजारों के तादाद में परमाणु बम हैं और उसने 100 परमाणु बमों को बिल्‍कुल अलर्ट मोड में यूरोप में तैनात भी कर रखा है। इसके अलावा ब्रिटेन के पास 225 और फ्रांस के पास 290 परमाणु बम हैं। हालां‍कि पुतिन को नाटो के पलटवार का डर नहीं है। साल 2018 में पुतिन ने कहा था कि वह अपने देश को परमाणु हमले में तबाह होने से नहीं डरते हैं। बता दें कि शीतयुद्ध शुरू होने के बाद दुनिया ने यह मान लिया था कि एक-दूसरे को तबाह करने के खतरे के कारण विश्वभर में परमाणु युद्ध नहीं होगा।