पांचों राज्यों में कांग्रेस को करारी हार, राहुल गांधी बोले- हम इस हार से सीखेंगे



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पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने जनादेश स्वीकार कर लिया है और जीतने वाली पार्टियों को बधाई दी है।राहुल गांधी ने दोपहर में ट्वीट किया : "लोगों के फैसले को विनम्रता से स्वीकार करता हूं। जनादेश जीतने वालों को शुभकामनाएं। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों को उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण के लिए धन्यवाद। हम इससे सीखेंगे और भारत के लोगों के हितों के लिए काम करते रहेंगे।"प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद कांग्रेस का पंजाब और उत्तर प्रदेश में सफाया हो गया। यह उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी सत्ता पाने में विफलरही। पार्टी भाजपा को हराने में विफल रही, जिसने सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भाजपा की सत्ता बरकरार रखी।राहुल गांधी ने मुख्य रूप से पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव प्रचार का मोर्चा संभाला था तो उत्तर प्रदेश की पार्टी प्रभारी प्रियंका ने राज्य में चुनाव अभियान की पूरी कमान संभाल रखी थी।प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में 209 जनसभाओं को संबोधित किया और कई रोडशो तथा डिजिटल कार्यक्रमों में भाग लिया, जबकि राहुल गांधी ने भी चुनावी राज्यों में कई जनसभाओं को संबोधित किया।पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जल्द ही कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाने का फैसला किया है। इस बैठक में चुनावी हार के कारणों में मंथन होगा।उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पंजाब में कांग्रेस ने एक साधारण पृष्ठभूमि वाले चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया, लेकिन अमरिंदर सिंह के करीब साढ़े चार साल शासन को लेकर जो सत्ता विरोधी लहर थी, उससे पार्टी को नुकसान हुआ।सुरजेवाला ने कहा, ‘‘पंजाब में लोगों ने बदलाव के लिए वोट किया है। हम विजेता को बधाई देते हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘हम उत्तर प्रदेश, उत्तरराखंड, मणिपुर और गोवा में बहेतर चुनाव लड़े लेकिन जनता की उम्मीदों पर नहीं उतर पाए। हमें सीख लेनी है और कड़ी मेहनत करनी है। हम जातिवाद और धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति से इतर जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़े। लेकिन भावनात्मक मुद्दे जनता से जुड़े मुद्दे पर हावी हो गए।’’कांग्रेस ने जोर देकर कहा, ‘‘हम जनता के मुद्दों बेरोजगारी, महंगाई, अर्थव्यवस्था की स्थिति को उठाएंगे। हम हार के कारणों का गहन तरीके से आत्ममंथन और आत्मचिंतन करेंगे।’’ उनके मुताबिक, सोनिया गांधी ने निर्णय लिया है कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूस) की बैठक बुलाकर इन हार के कारणों में मंथन करेगी।उन्होंने कहा, ‘‘हम हारे जरूर हैं, हम निराश जरूर हैं, लेकिन हताश नहीं हैं। हम लौटेंगे नए बदलाव और रणनीति के साथ लौटेंगे।’’बता दें कि पांच राज्यों में हुए चुनाव में बीजेपी चार राज्यों में सरकार बनाती दिख रही है, जबकि आम आदमी पार्टी ने पहली बार पंजाब में जीत हासिल की है और पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में सरकार बनती दिख रही है।उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भगवा पार्टी की प्रचंड जीत के रुझानों के बाद राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा मुख्यालय में जश्न के बीच कांग्रेस मुख्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ था।भाजपा के पार्टी कार्यकर्ताओं को नाचते, पटाखे फोड़ते और एक-दूसरे को बधाई देते देखा जा सकता है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के देर शाम पार्टी मुख्यालय पहुंचने और लोगों को धन्यवाद देने की संभावना है।