शिवराज की बड़ी घोषणा: एमपी में कोविड काल के बिजली बिल माफ होंगे, डिफॉल्टर किसानों के कर्ज का ब्याज सरकार भरेगी



भोपाल । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान 2 घंटे से अधिक समय तक सरकार का पक्ष रखा। सीएम ने अपने भाषण में महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और शासन की उपलब्धियां गिनाईं।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कि प्रदेश में कोविड काल के बिजली बिल माफ करने की घोषणा की। कोरोना काल में 88 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ताओं का रु. 6,000 करोड़ का बकाया बिल माफ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बिलों का भुगतान कर दिया है, उनकी राशि अगले बिलों में समायोजित की जाएगी। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को भी राहत देने का ऐलान किया। सीएम ने कहा कि कमलनाथ सरकार के दौरान किसानों की कर्ज माफी नहीं होने से कई किसान डिफॉल्टर हो गए। जो किसान डिफॉल्टर हो गए हैं, उनके कर्ज का ब्याज सरकार भरेगी। सदन में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ की गैर मौजूदगी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा कि उन्होंने भाषण नहीं सुना तो मुझे आनंद नहीं आया।

विधायक निधि बढ़ाकर 3 करोड़ की : मुख्यमंत्री ने विधायक निधि  2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ करने का भी ऐलान किया। इसमें 50 लाख का स्वेच्छानुदान रहेगा। शिवराज ने कहा कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती में अब 50 प्रतिशत अंक शारीरिक दक्षता परीक्षा के होंगे। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार भूमाफियाओं पर लगातार कार्रवाई कर रही है। भूमाफियाओं से 21 हजार एकड़ जमीन मुक्त कराई गई है। इस जमीन पर गरीबों के लिए मकान बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को पुन: प्रारम्भ किया जाएगा, साथ ही लाड़ली लक्ष्मी योजना को रीडिजाइन किया जाएगा।

 कमलनाथ पर तंज कसा: मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कमलनाथ की गैरमौजूदगी पर अपना भाषण शुरू करने से पहले तंज कसा। उन्होंने कहा कि अब तो किसी भी राज्य की जिम्मेदारी नहीं बची है। अब तो नेता प्रतिपक्ष को सदन में रहना चाहिए। सीएम कहा कि सारी दुनिया को बोझ वो उठाते हैं तो गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी क्यों नहीं दे देते।