हैदराबाद के भोईगुड़ा के कबाड़ गोदाम में लगी आग,11 मजदूरों की मौत, मरने वाले सभी बिहार के मजदूर

 


हैदराबाद। हैदराबाद के भोईगुड़ा में कबाड़ की दुकान में आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई। हादसे के वक्त गोदाम में 12 लोग मौजूद थे। इनमें से केवल एक ही बच सका। मौके पर पहुंची डीआरएफ की टीम ने आग बुझाई, लेकिन तब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी थी। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।घटना बुधवार तड़के करीब 4 बजे हुई। उस वक्त सभी मजदूर सो रहे थे। गांधी नगर एसएचओ मोहन राव ने बताया कि मामले की जांच अभी की जा रही है।बिहार के उट नीतीश कुमार ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार पीड़ितों की मदद कर रही है और वह मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपए देगी। बिहार सरकार भी मृतकों के शवों को राज्य में लाने के खर्च के भुगतान के साथ 2 लाख रुपए मुआवजा देगी।

कमरे में एक ही सीढ़ी थी, एक ने कूदकर बचाई जान

फायर ब्रिगेड के पास तड़के 3.55 बजे फोन आया। दमकल की आठ गाड़ियां मौके पर भेजी गईं, लेकिन आग पर काबू पाने में 3 घंटे लग गए। फायर ब्रिगेड कमिर्यों के मुताबिक मजदूर खुद को इसलिए नहीं बचा सके क्योंकि गोदाम में सिर्फ एक घुमावदार सीढ़ी थी, उसमें से केवल एक ही व्यक्ति कमरे से बाहर कूदकर भागने में कामयाब रहा।

डीएनए टेस्ट से होगी लाशों की पहचान

फायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने बताया कि आग कबाड़ के गोदाम से शुरू हुई और ऊपर के कमरे में फैल गई। लाशों की हालत देखकर लग रहा है कि मजदूरों ने भागने की कोशिश की, लेकिन घने धुएं में सांस लेने के कारण वे बेहोश हो गए। यह दिल दहला देने वाला दृश्य था, क्योंकि लाशों की पहचान नहीं हो पा रही है। वे एक के ऊपर एक ढेर में थे। पुलिस अधिकारी ने कहा कि मरने वालों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा।

मरने वाले सभी प्रवासी मजदूर बिहार के थे

हैदराबाद जिला कलेक्टर एल शरमन के मुताबिक मरने वाले सभी मजदूर बाहरी थे। वहीं तेलंगाना के उट केसी राव ने सिकंदराबाद के भोईगुड़ा में आग लगने से बिहार के श्रमिकों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने परिजनों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही मारे गए श्रमिकों के शवों को उनके घर भेजने की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद के भोईगुड़ा में हुए हादसे में लोगों की मौत पर दुख जाहिर किया है। पीएम मोदी ने कहा- इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं मरने वाले मजदूरों के परिवारों के साथ हैं। मजदूरों के परिजन को ढटठफऋ की ओर से 2-2 लाख रुपए दिए जाएंगे।