वाराणसी. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कोरोना की नकली वैक्सीन और टेस्टिंग किट बनाकर देश के अन्य राज्यों में सप्लाई की जा रही थी. बुधवार को यूपी एसटीएफ की वाराणसी यूनिट ने लंका थाने के रोहित नगर स्थित एक मकान में छापा मारकर इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया. इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से कोवीशील्ड और र्ं4ष्श1-स्र की नकली वैक्सीन, नकली टेस्टिंग किट, पैकिंग मशीन, खाली वॉयल और स्वाब स्टिक्स मिली हैं. टीम ने इतनी वैक्सीन जब्त की, जिससे एक लाख 60 हजार लोगों का टीकाकरण हो सकता था. इसकी सप्लाई क्क के कई जिलों और कई अन्य राज्यों में भी होती थी.
एक आरोपी दिल्ली का और एक बलिया जिले का: एसटीएफ के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि आरोपियों की शिनाख्त सिद्धगिरी बाग स्थित धनश्री कांप्लेक्स के राकेश थवानी, बौलिया लहरतारा के अरुणेश विश्वकर्मा, पठानी टोला चौक के संदीप शर्मा, बलिया जिले के नागपुर रसड़ा के शमशेर और नई दिल्ली के मालवीय नगर के लक्ष्य जावा के तौर पर हुई है. आरोपियों से पूछताछ जारी है. जानकारी अनुसार क्क के अलावा वैक्सीन को दिल्ली और कई अन्य राज्यों में सप्लाई किया जा रहा था. बरामद दवाओं की अनुमानित कीमत लगभग 4 करोड़ रुपए है.
लक्ष्य करता था सप्लाई: एसटीएफ की पूछताछ में राकेश थवानी ने बताया कि वह संदीप शर्मा, अरुणेश विश्वकर्मा और शमशेर के साथ मिलकर नकली वैक्सीन और टेस्टिंग किट बनाता था. नकली वैक्सीन और किट को वह लक्ष्य जावा को सप्लाई करता था. लक्ष्य अपने नेटवर्क के माध्यम से नकली वैक्सीन और किट को अलग-अलग राज्यों में सप्लाई करता था.