यूरोप में युद्ध की वापसी: यूक्रेन के हवाई अड्डों, सैन्य ठिकानों पर कहर ढा रही रूसी मिसाइलें



नई दिल्ली । रूस ने गुरुवार को यूक्रेन के खिलाफ चौतरफा युद्ध छेड़ दिया है। रूस ने दक्षिण, पूर्व और उत्तर से जमीनी और हवाई हमले किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा हमले का आदेश दिए जाने के बाद आसमान से मिसाइलों और बमों की बारिश हुई, जिससे पूर्वी क्षेत्रों में यूक्रेन और उसकी सेना को भारी नुकसान हुआ है। यूक्रेन के कई इलाकों में बड़े विस्फोट देखे गए हैं।

अधिकारियों का कहना है कि अचानक से हुए शुरुआती हमलों में 'सैकड़ों' यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं।

वहीं आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 'दर्जनों' घायलों के साथ मरने वालों की संख्या 40 हो गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रूज मिसाइलों, निर्देशित बमों और ग्रैड रॉकेटों ने पूर्व से पश्चिम तक लक्ष्य को निशाना बनाया - जिसका उद्देश्य राजधानी में हवाई क्षेत्रों, सैन्य ठिकानों, बारूद के ढेर और कमांड पोस्ट थे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन ने दावा किया है कि छह रूसी जेट विमानों को पूर्वी डोनबास क्षेत्र के ऊपर आसमान से गिराया गया, जिसमें 50 रूसी सैनिक मारे गए। इससे पहले कि मास्को आसमान पर पूर्ण नियंत्रण रख पाता, यूक्रेन ने जवाब दिया और उसके विमानों को मार गिराया।

यूक्रेन के सीमा रक्षकों ने कहा कि वे रूस और बेलारूस की ओर से भारी तोपखाने, टैंकों और सैनिकों के हमलों की चपेट में आ गए हैं, क्योंकि बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने अपनी सेना को लड़ाई में शामिल कर लिया है। हालांकि उन्होंने इसमें भाग लेने से इनकार किया है।

यूक्रेन के पूर्व में लुहान्स्क, सुमी और चेर्निहाइव सभी पर हमले हुए। खार्*व के बाहरी इलाके में भी बड़ी लड़ाई देखने को मिली। पोलैंड के साथ सीमा के करीब पश्चिम में जाइटॉमिर और ल्वीव जैसे क्षेत्रों में भी विस्फोटों की सूचना मिली है।

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, एक वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि कलिबुर क्रूज मिसाइल इवानो-फ्रैंकिवस्क हवाई अड्डे से टकराती हुई दिखाई दे रही है। खार्*व में एक अपार्टमेंट ब्लॉक को भी नुकसान पहुंचा है, जहां एक युवा लड़के सहित नागरिक हताहत हुए हैं।

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो में यह भी पुष्टि हुई है कि मोल्दोवा में तैनात रूसी सैनिकों द्वारा क्रूज मिसाइलों को लॉन्च किया गया था।

मारियुपोल और ओडेसा के बंदरगाह शहर, जहां यूक्रेन के मुख्य नौसैनिक अड्डे स्थित हैं, पर भी हमला किया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि रूसी टैंकरों ने केर्च जलडमरूमध्य (स्ट्रेट) को अवरुद्ध कर दिया है।