हिजाब पर हंगामा:ओवैसी बोले- हिजाब की लड़ाई लड़ने वाली बहनें कामयाब हों; कर्नाटक के शिक्षा मंत्री ने कहा- कैंपस में अल्ला-हू-अकबर नहीं चलेगा



बेंगलुरु। कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद पर हाईकोर्ट का फैसला नहीं आ सका है। बुधवार को लगातार दूसरे दिन मामले की सुनवाई हुई, जिसमें इसे बड़ी बेंच को रेफर कर दिया गया। इससे पहले राज्य सरकार सभी स्कूल-कॉलेजों को तीन दिन तक बंद रखने का आदेश दे चुकी है। मंगलवार को कॉलेज कैंपस में एक लड़की अल्ला-हू-अकबर के नारे लगाती नजर आई, तो छात्रों ने जय श्री राम के साथ जवाब दिया। अब इस मामले में सियासत गहरा गई है।प्रियंका गांधी ने कहा है कि बिकिनी हो या हिजाब, लड़कियों को कुछ भी पहनने का अधिकार है। वहीं,एएमआईएम लीडर असदुद्दीन ओवैसी ने हिजाब का समर्थन किया है। इससे पहले नोबेल विजेता मलाला यूसुफजई ने कहा था कि पहनावे को लेकर औरतों को शिक्षा से दूर करना सही नहीं है। उत्तर प्रदेश के संभल में एक चुनावी सभा के दौरान ओवैसी ने कहा, मैं दुआ करता हूं कि कर्नाटक में हिजाब पहनने के अधिकार के लिए लड़ने वाली बहनें कामयाब हों। कर्नाटक में संविधान का मखौल उड़ाया जा रहा है। मैं बीजेपी सरकार के इस फैसले की निंदा करता हूं।इस मामले में कर्नाटक के शिक्षा मंत्री का बयान सामने आया है। राज्य के प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूल एजुकेशन मिनिस्टर बीसी नागेश ने विवाद पर कहा, मंडया में स्टूडेंट अल्ला-हू-अकबर के नारे लगाने वाली लड़की का घेराव नहीं करना चाहते थे। जब वह नारे लगा रही थी, उस समय लड़की के आसपास कोई नहीं था। ऐसे में उसे किसने उकसाया? हम कॉलेज में अल्ला-हू-अकबर और जय श्री राम के नारों को बढ़ावा नहीं दे सकते।

प्रियंका ने कहा- लड़कियां बिकिनी पहनें या हिजाब, यह उनका अधिकार

उधर, उत्तर प्रदेश में वोटिंग से एक दिन पहले प्रियंका गांधी ने लड़की हूं, लड़ सकती हूं हैशटैग के साथ लिखा है कि महिलाओं को उनका पहनावा तय करने का अधिकार संविधान में मिला है। इसे लेकर उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए। प्रियंका ने ट्वीट किया- संविधान महिलाओं को उनका पहनावा तय करने का अधिकार देता है। वे जो चाहें वह पहन सकती हैं... फिर वो बिकिनी हो या घूंघट, जीन्स हो या हिजाब.. महिलाओं को परेशान करना बंद कीजिए।

कैसे शुरू हुआ हिजाब का विवाद?

कर्नाटक के कुंडापुरा कॉलेज की 28 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास अटैंड करने से रोका गया था। मामले को लेकर छात्राओं ने हाईकोर्ट में याचिका लगाते हुए कहा था कि इस्लाम में हिजाब अनिवार्य है, इसलिए उन्हें इसकी अनुमति दी जाए। इन छात्राओं ने कॉलेज गेट के सामने बैठकर धरना देना भी शुरू कर दिया था।लड़कियों के हिजाब पहनने के जवाब में कुछ हिंदू संगठनों ने लड़कों को कॉलेज कैंपस में भगवा शॉल पहनने को कहा था। वहीं, हुबली में श्रीराम सेना ने कहा था कि जो लोग बुर्का या हिजाब की मांग कर रहे हैं, वे पाकिस्तान जा सकते हैं। ये सवाल भी उठाया गया था कि हिजाब पहनकर क्या भारत को पाकिस्तान या अफगानिस्तान बनाने की कोशिश की जा रही है?