पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने जारी किया वीडियो, कहा- मैंने बोला कम, काम ज्यादा किया; मोदी सरकार का राष्ट्रवाद नकली



चंडीगढ़। देश के 5 राज्यों में हो रहे चुनाव में पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह की भी एंट्री हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी की अबोहर रैली से पहले उन्होंने वीडियो के जरिए केंद्र सरकार पर निशाने साधे। पूर्व पीएम ने कहा कि मोदी सरकार का राष्ट्रवाद नकली है। जो अग्रेजों फूट डालो और राज करो की नीति पर चलता है।डॉ. सिंह ने केंद्र सरकार को चीन के मुद्दे पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि एक साल से चीनी फौज भारत की पवित्र जमीन पर बैठी है। इस सरकार को संविधान पर भरोसा नहीं है। संवैधानिक संस्थाओं को लगातार कमजोर किया जा रहा है। सरकार देश के अंदर ही नहीं बल्कि विदेश नीति के मोर्चे पर भी फेल हुई है। उन्होने कहा कि आज देश की स्थिति चिंताजनक है। कोरोना के दौर में केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण एक तरफ अर्थव्यवस्था गिरी है। महंगाई और बेरोजगारी से लोग परेशान हैं। दूसरी तरफ 7 साल सरकार चलाने के बाद भी केंद्र सरकार गलतियों को नहीं मान रही। वह लोगों की समस्याओं के लिए पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि मैं मानता हूं कि पीएमके पद का एक खास महत्व होता है। इतिहास पर दोष लगाकर अपने गुनाह कम नहीं हो सकते। पीएम के तौर पर काम कर मैंने ज्यादा बोलने की जगह काम को तरजीह दी। हमने सियासी लाभ के लिए देश को नहीं बांटा। कभी सच पर पर्दा डालने की कोशिश नहीं की।

चीनी कब्जे की बात को दबाया जा रहा

डा. सिंह ने कहा कि चीन की फौज पिछले एक साल से हमारी पवित्र धरती पर बैठे हैं। इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। पुराने दोस्त हमसे टूट रहे हैं। पड़ोसी देशों से भी हमारे संबंध बिगड़ रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि सत्ताधारियों को समझ आ गई होगी कि जबरन गले लगने, घुमाने या बिना बुलाने बिरयानी खाने पहुंचने से देश के रिश्ते नहीं सुधर सकते। सरकार को यह भी समझ लेना चाहिए कि अपनी सूरत बदलने से सीरत नहीं बदलती। सच हमेशा सामने आ ही जाता है।

पंजाब के लिए कांग्रेस ही सही

डॉ. सिंह ने कहा कि चुनावी माहौल में पंजाब की जनता के सामने बड़ी चुनौतियां हैं। इनका मुकाबला ठीक तरीके से करना जरूरी है। कांग्रेस ही पंजाब में किसानों की खुशहाली और बेरोजगारी को दूर कर सकती है। पंजाब के वोटरों को इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत आज एक अहम मोड़ पर खड़ा है। मेरी बड़ी इच्छा थी कि मैं पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा और मणिपुर के भाई-बहनों के साथ देश और राज्य के हालात के बारे में चर्चा करूं, लेकिन डॉक्टरों की सलाह की वजह से इसी तरह संबोधित कर रहे हैं।कुछ दिन पहले पंजाब की सुरक्षा के नाम पर पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी और यहां के लोगों को बदनाम करने की कोशिश की गई। जिसे किसी भी तरह से ठीक नहीं माना जा सकता।

किसान आंदोलन में पंजाबियों को बदनाम किया

डा. सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान भी पंजाब और पंजाबियत को बदनाम करने की कोशिश की गई। जिन पंजाबियों की दिलेरी, बहादुरी, देशभक्ति और कुर्बानी को पूरी दुनिया सलाम करती है। उनके बारे में क्या कुछ नहीं किया गया। पंजाब की धरती पर पैदा हुए एक सच्चे देशवासी के नाते मुझे इससे बहुत दुख हुआ। कोई आर्थिक समझ नहीं है। गलत नीतियों की वजह से देश आर्थिक मंदहाली की जकड़ में फंस गया है। किसान, व्यापारी, विद्यार्थी और औरतें परेशान हैं। देश के अन्नदाता दाने-दाने के मोहताज हो गए हैं। देश में सामाजिक असमानता बढ़ गई है। लोगों पर कर्जा बढ़ रहा और कमाई घट रही है। अमीर और अमीर हो रहे और गरीब और गरीब हो रहे हैं। सरकार आंकड़ों के साथ धोखा कर सब कुछ ठीक बता रही है। सरकार की नीति और नीयत में खोट है।सरकार अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए लोगों को जाति, धर्म और क्षेत्र के नाम पर बांट रही है। उन्हें आपस में लड़ाया जा रहा है। केंद्र सरकार बांटो और राज करो की राजनीति पर चल रही है।पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने जारी किया वीडियो, कहा- मैंने बोला कम, काम ज्यादा किया; मोदी सरकार का राष्ट्रवाद नकली

चंडीगढ़। देश के 5 राज्यों में हो रहे चुनाव में पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह की भी एंट्री हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी की अबोहर रैली से पहले उन्होंने वीडियो के जरिए केंद्र सरकार पर निशाने साधे। पूर्व पीएम ने कहा कि मोदी सरकार का राष्ट्रवाद नकली है। जो अग्रेजों फूट डालो और राज करो की नीति पर चलता है।डॉ. सिंह ने केंद्र सरकार को चीन के मुद्दे पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि एक साल से चीनी फौज भारत की पवित्र जमीन पर बैठी है। इस सरकार को संविधान पर भरोसा नहीं है। संवैधानिक संस्थाओं को लगातार कमजोर किया जा रहा है। सरकार देश के अंदर ही नहीं बल्कि विदेश नीति के मोर्चे पर भी फेल हुई है। उन्होने कहा कि आज देश की स्थिति चिंताजनक है। कोरोना के दौर में केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण एक तरफ अर्थव्यवस्था गिरी है। महंगाई और बेरोजगारी से लोग परेशान हैं। दूसरी तरफ 7 साल सरकार चलाने के बाद भी केंद्र सरकार गलतियों को नहीं मान रही। वह लोगों की समस्याओं के लिए पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि मैं मानता हूं कि पीएमके पद का एक खास महत्व होता है। इतिहास पर दोष लगाकर अपने गुनाह कम नहीं हो सकते। पीएम के तौर पर काम कर मैंने ज्यादा बोलने की जगह काम को तरजीह दी। हमने सियासी लाभ के लिए देश को नहीं बांटा। कभी सच पर पर्दा डालने की कोशिश नहीं की।

चीनी कब्जे की बात को दबाया जा रहा

डा. सिंह ने कहा कि चीन की फौज पिछले एक साल से हमारी पवित्र धरती पर बैठे हैं। इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। पुराने दोस्त हमसे टूट रहे हैं। पड़ोसी देशों से भी हमारे संबंध बिगड़ रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि सत्ताधारियों को समझ आ गई होगी कि जबरन गले लगने, घुमाने या बिना बुलाने बिरयानी खाने पहुंचने से देश के रिश्ते नहीं सुधर सकते। सरकार को यह भी समझ लेना चाहिए कि अपनी सूरत बदलने से सीरत नहीं बदलती। सच हमेशा सामने आ ही जाता है।

पंजाब के लिए कांग्रेस ही सही

डॉ. सिंह ने कहा कि चुनावी माहौल में पंजाब की जनता के सामने बड़ी चुनौतियां हैं। इनका मुकाबला ठीक तरीके से करना जरूरी है। कांग्रेस ही पंजाब में किसानों की खुशहाली और बेरोजगारी को दूर कर सकती है। पंजाब के वोटरों को इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत आज एक अहम मोड़ पर खड़ा है। मेरी बड़ी इच्छा थी कि मैं पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा और मणिपुर के भाई-बहनों के साथ देश और राज्य के हालात के बारे में चर्चा करूं, लेकिन डॉक्टरों की सलाह की वजह से इसी तरह संबोधित कर रहे हैं।कुछ दिन पहले पंजाब की सुरक्षा के नाम पर पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी और यहां के लोगों को बदनाम करने की कोशिश की गई। जिसे किसी भी तरह से ठीक नहीं माना जा सकता।

किसान आंदोलन में पंजाबियों को बदनाम किया

डा. सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान भी पंजाब और पंजाबियत को बदनाम करने की कोशिश की गई। जिन पंजाबियों की दिलेरी, बहादुरी, देशभक्ति और कुर्बानी को पूरी दुनिया सलाम करती है। उनके बारे में क्या कुछ नहीं किया गया। पंजाब की धरती पर पैदा हुए एक सच्चे देशवासी के नाते मुझे इससे बहुत दुख हुआ। कोई आर्थिक समझ नहीं है। गलत नीतियों की वजह से देश आर्थिक मंदहाली की जकड़ में फंस गया है। किसान, व्यापारी, विद्यार्थी और औरतें परेशान हैं। देश के अन्नदाता दाने-दाने के मोहताज हो गए हैं। देश में सामाजिक असमानता बढ़ गई है। लोगों पर कर्जा बढ़ रहा और कमाई घट रही है। अमीर और अमीर हो रहे और गरीब और गरीब हो रहे हैं। सरकार आंकड़ों के साथ धोखा कर सब कुछ ठीक बता रही है। सरकार की नीति और नीयत में खोट है।सरकार अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए लोगों को जाति, धर्म और क्षेत्र के नाम पर बांट रही है। उन्हें आपस में लड़ाया जा रहा है। केंद्र सरकार बांटो और राज करो की राजनीति पर चल रही है।