महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु अदाणी फाउंडेशन का नि:शुल्क प्रशिक्षण केंद्र शुरू



काल चिंतन कार्यालय

वैढ़न,सिंगरौली। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अदाणी फाउंडेशन की तरफ से सोमवार को सिंगरौली जिला के सरई तहसील अंतर्गत ग्राम झलरी में नि:शुल्क सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया गया। अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेन्टर द्वारा चलाये जा रहे  इस प्रशिक्षण के लिए प्रत्येक बैच में 20 महिलायें और किशोरियों का चयन किया गया है जिन्हें योग्य प्रशिक्षकों के द्वारा तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के दौरान उपयोग में आनेवाली सभी सामग्री जैसे सिलाई मशीन, कपड़ा, धागा इत्यादि के लिए किसी भी उम्मीदवार को कोई शुल्क देने की जरूरत नहीं है। इस दौरान उन्हें सलवार सूट, ब्लाउज और पेटीकोट तैयार करने के लिए खास तौर पर प्रशिक्षित किया जायेगा। सफलतापूर्वक ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद उन्हें  'स्वरोजगार प्रशिक्षक' का सर्टिफिकेट दिया जायेगा। प्रशिक्षण लेकर सक्षम बनी महिलाओं को सिलाई उद्योग में रोजगार मिल सकेगा और अपनी आजीविका चला सकेंगी। ट्रेनिंग के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 2 का वक्त रखा गया है ताकि उन्हें घर से प्रशिक्षण केन्द्र तक आने-जाने में कोई असुविधा नहीं हो।जल्द हीं अदाणी फाउंडेशन के तरफ से ऐसे हीं सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र की शुरुआत सरई तहसील के बासी बेरदहा गांव में भी शुरू की जाएगी। कोरोना महामारी का सबसे ज्यादा असर रोज कमाने-खाने वाले परिवारों पर पड़ा है। ऐसे वक़्त में उद्यमी महिलाओं को जरूरत है प्रशिक्षण की जो उन्हें परिवार में अतरिक्त आय के लिए अवसर दे। ऐसे में अदाणी फाउंडेशन ने दूर-दराज के इलाकों में। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अदाणी फाउंडेशन की देखरेख में अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेन्टर द्वारा यह मुहिम चलाई जा रही है। महिला अगर आत्मनिर्भर बनेंगी तो वे अपने परिवार की आर्थिक उन्नति का आधार बनेंगी। जल्द ही कुछ और गांवों में भी इस तरह के प्रशिक्षण केन्द्र खोलें जाएंगे, जिससे इस क्षेत्र की ज्यादा से ज्यादा महिलाऐं और किशोरियां लाभान्वित हो सके। ग्रामीणों में सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के खुलने से काफी खुशी है और वो मानते हैं कि प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं और किशोरियों को किसी सिलाई उद्योग में नौकरी मिल सकती है या फिर खुद के सिलाई मशीन से अपना एवं परिवार का भविष्य बेहतर बना सकती हैं।

 1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देश भर के 2250 गाँव और कस्बे शामिल हैं। फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है। वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है। अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है।