इन उपायों से कंट्रोल में रहेगा ब्लड शुगर



नई दिल्ली । डायबिटीज के मरीजों को कुछ ऐसी चीजें बताने जा रहे हैं जिसे आप अपने बेडटाइम के समय कर सकते हैं। इससे ना सिर्फ आपकी डायबिटीज कंट्रोल में रहेगी बल्कि आपको बहुत अच्छी नींद भी आएगी। डायबिटीज के मरीजों के लिए के ब्लड शुगर पर नजर रखना उनकी दिनचर्या का अहम हिस्सा है।

सोने से ठीक पहले अपने ब्लड शुगर की जांच करें। इससे आपके डॉक्टर को समझने में मदद मिलेगी कि आपकी दवाओं और अन्य इलाज से आपका ब्लड शुगर सही से नियंत्रित हो रहा है या नहीं। सोते समय आपका ब्लड शुगर 90 से 150 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर के बीच होना चाहिए। आमतौर पर डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर रात 2 बजे से सुबह 8 बजे के बीच बढ़ा हुआ रहता है। इसके पीछे कई वजहें होती हैं जैसे कि सोते समय हार्मोनल बदलाव, इंसुलिन का कम हो जाना, सोने से पहले कोई दवा लेना या फिर कार्बोहाइड्रेट वाली कोई चीज खाकर सोना। इससे बचने के लिए सोने से पहले हाई फाइबर और कम फैट वाली चीज खाएं। ये चीजें ब्लड शुगर को स्थिर रखती हैं। सोने से पहले बहुत कम मात्रा में डिनर करें, इसका असर आपके ब्लड शुगर पर पड़ सकता है। सोने के कुछ घंटों पहले से कैफीन यानी कॉफी, चॉकलेट और सोडा का सेवन करने से बचें।

कैफीन वाली चीजें दिमाग को उत्तेजित करती हैं और इससे नींद ठीक से नहीं आती है। इसके अलावा, शराब का सेवन सीमित करें, खासकर से तब जब आपका स्लीपिंग पैटर्न इसकी वजह से खराब होने लगे क्योंकि ये सारी चीजें ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने का काम करती हैं। एक्सरसाइज से इंसुलिन ज्यादा बेहतर तरीके से काम करता है। डिनर के बाद और सोने से पहले वॉक पर जरूर जाएं। इससे आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा। नेशनल स्लीप फाउंडेशन के अनुसार, बिस्तर पर जाने से पहले एक्सरसाइज करने से नींद जल्दी और अच्छी आती है। अगर आप सोने से पहले एक्सरसाइज नहीं कर सकते हैं तो टहलने जाएं। सोने से पहले रखें इन बातों का ध्यान- अपने कमरे को सोने से पहले ऐसा बनाएं जिससे नींद जल्दी आ जाएं। हल्की रोशनी वाला बल्ब जलाएं, पर्दों को ठीक से लगाएं, मोबाइल को किनारे रख दें। अपनी बॉडी को बिल्कुल रिलैक्स रखें और दिमाग को सोने के लिए तैयार करें।

अगर आपको जल्दी नींद नहीं आती है तो हल्का-फुल्का योग करें या फिर कोई किताब पढ़ें। बता दें कि डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना फुल टाइम काम होता है। ब्लड शुगर कंट्रोल में रखने के लिए उन्हें दवाएं लेना, एक्सरसाइज करना और खानपान की आदतों को सुधारना पड़ता है। डायबिटीज के मरीजों को सोने तक अपनी लाइफस्टाइल मेंटेन रखनी पड़ती है। बार-बार भूख-प्यास और टॉयलेट लगने की वजह से इन्हें ठीक से नींद नहीं आती है। इसकी वजह से ब्लड शुगर बढ़ जाता है।