यूक्रेन के राष्ट्रपति बोले- बातचीत से समाधान की उम्मीद कम, हमारा इरादा सरेंडर करने का नहीं



नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस के बीच आज पांचवे दिन भी घमासान जारी है। हालांकि आज दोनों देशों के बीच बातचीत के आसार जगी हैं। बताया जा रहा है कि बेलारूस के सीमा पर दोनों देशों के बीच एक प्रतिनिधि स्तर की वार्ता हो सकती है। इसके लिए यूक्रेन प्रतिनिधिमंडल बेलारूस की सीमा पर पहुंच भी चुका है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इससे कोई सफलता मिलेगी या नहीं मिलेगी। दूसरी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि बातचीत से समाधान की उम्मीद बेहद कम है। उन्होंने कहा कि हम रूस के सामने सरेंडर कहीं से भी नहीं करने जा रहे हैं। आज यूक्रेन की राजधानी कीव में कर्फ्यू में ढील दी गई है। रूस ने यह भी चेताया है कि आज शाम तक कीव को खाली कर दें।
माना जा रहा है कि जेलेंस्की के बयान के बाद यूक्रेन एक बार फिर से रूस के सामने बुलंद हौसलों के साथ खड़ा है। सूत्र तो यह भी दावा कर रहे हैं कि खारकीव की लड़ाई में यूक्रेन ने रूस के समक्ष कहीं ना कहीं एक बड़ी चुनौती पेश की थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की युद्ध के मैदान में हैं और साथ ही साथ देश के नागरिकों से हौसला बनाए रखने की बात कर रहे हैं। कुल मिलाकर देखें तो अभी भी यूक्रेन में हालात सामान्य नहीं है। इसके पहले जेलेंस्की ने दावा किया था कि रूस की सेना उन्हें मारने में लगी हुई है। रूस उनकी जान लेना चाहता है और इसके लिए 400 से ज्यादा सैनिकों को कीव के आसपास तैनात कर रखा है।रूस के सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव के पास पहुंच गए हैं। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने पुष्टि की है कि एक प्रतिनिधिमंडल रूसी अधिकारियों से मुलाकात करेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कार्यालय ने टेलीग्राम ऐप पर कहा कि दोनों पक्ष बेलारूस की सीमा पर एक अनिर्दिष्ट स्थान पर मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति कार्यालय ने बैठक का कोई निर्धारित समय नहीं बताया। रूस ने रविवार को घोषणा की कि उसका एक प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए बेलारूस रवाना हो गया है, जिसके कुछ घंटे बाद यूक्रेन की ओर से यह प्रतिक्रिया आई है। यूक्रेन के अधिकारियों ने पहले इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि वार्ता बेलारूस के बजाय कहीं और होनी चाहिए क्योंकि रूस ने बेलारूस में भारी संख्या में सैनिकों को तैनात कर रखा है।