एशिया के सबसे बड़े सीएनजी प्लांट का इंदौर में पीएम मोदी ने किया लोकार्पण



कहा- कचरे से कंचन बनाने के अभियान का हो रहा असर; शिवराज सरकार 5 रु. प्रति किलो गोबर खरीदेगी



इंदौर। स्वच्छता में देश में 5 बार परचम फहराने वाले इंदौर शहर में आज एशिया के सबसे बड़े सीएनजी गोबर धन प्लांट का शुभारंभ हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्लांट का वर्चुअल लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा- हम जब छोटे थे, तब इंदौर का नाम आते ही सबसे पहले देवी अहिल्या बाई होल्कर, महेश्वर और उनके सेवाभाव का ध्यान जरूर आता था। पीएम ने कहा कि समय के साथ इंदौर बदला। ज्यादा अच्छे के लिए बदला, लेकिन देवी अहिल्या की प्रेरणा को कभी खोने नहीं दिया। उनका नाम आते ही आज इंदौर के लिए मन में आता है स्वच्छता। मैं इंदौर के हर सफाईकर्मी को आदर पूर्वक प्रणाम करता हूं। इस कोरोनाकाल में आपने सफाई को दुरुस्त न रखा होता तो न जाने क्या होता। मेरी बाल सेना ने भी बड़ी मदद की है। वे अपने दादा-नाना से कहते हैं कचरा यहां मत फेंको।पीएम मोदी ने कहा- बेसहारा मवेशियों से होने वाली परेशानी भी इस गोबर धन प्लांट से कम हो जाएगी। गोबर धन योजना यानी कचरे से कंचन बनाने के अभियान का असर हो रहा है। कचरे और गोबर से गैस बनेगी। इससे लोगों को आय भी होगी। इसकी जानकारी जितने ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिले वो उतना ही अच्छा है। इस प्लांट से सीएनजी के साथ ही 100 टन जैविक खाद भी रोज निकलेगी। सीएनजी से प्रदूषण कम होगा। जीवन जीने में सुविधा बढ़ेगी। हमारी धरती मां को भी नया जीवन मिलेगा। हमारी धरती का कायाकल्प होगा।पीएम मोदी ने कहा कि- मैं अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का भी जिक्र करूंगा। मुझे प्रसन्नता है कि काशी में देवी अहिल्या की सुंदर प्रतिमा रखी गई है। जब लोग काशी विश्वनाथ के दर्शन करने जाएंगे तो इनके भी दर्शन करेंगे।



कोयले के कारखानों में पराली का उपयोग

पीएम ने कहा- एक और बात पराली की है। इससे हमारे लोग परेशान हो रहे हैं। हमने एक फैसला किया है कि कोयले से चलने वाले बिजली कारखानों में पराली का उपयोग किया जाएगा। इससे किसानों को अतिरिक्त आय होगी। प्रदूषण भी कम होगा। हमने सोलर पावर में दुनिया के पांच देशों में जगह बना ली है। इंदौर की जागरूक बहनों ने कूड़े के प्रबंधन को एक अलग मुकाम पर पहुंचा दिया है। इंदौर के लोग इसे 6 हिस्सों में अलग-अलग करते हैं, जिससे कूड़े की प्रोसेसिंग और रीसाइक्लिंग हो सकती है। ये अपने आप में देश की बड़ी सेवा है।लाइफ फॉर एन्वायर्नमेंट ये देश अपने हर सफाईकर्मी का ऋणी है। हम नियमों का पालन करके और कचरा न फैलाकर उनकी मदद कर सकते हैं। गीले कचरे के निष्पादन का आपका ये प्रयास बहुत ही अहम है। शहर में घरों से निकला गीला कचरा हो, गांव में पशुओं खेतों से मिला कचरा हो, ये सब गोबर धन ही है। शहर के कचरे और पशुधन से गोबर धन, फिर गोबर धन से स्वच्छ ईंधन और फिर ईंधन से ऊर्जा धन। ये शृंखला जीवन धन का निर्माण करती है। इस शृंखला की प्रत्येक कड़ी कैसे एक दूसरे से जुड़ी हुई है, उसके लिए इंदौर का ये प्लांट प्रेरणा देगा। देश के 75 शहरों में इस तरह के प्लांट बनाने पर काम किया जा रहा है। इंदौर का ये प्रयास दूसरे राज्यों को भी प्रेरणा देगा। ये अभियान भारत के शहरों को स्वच्छ और प्रदूषण रहित बनाने ग्रीन एनर्जी की दिशा में बहुत मदद करेगा। अब तो देश के गांवों में भी हजारों की संख्या में गोबर धन बायो गैस प्लांट लगाए जा रहे हैं।


​​​​​प्लांट से युवाओं को मिलेगी ग्रीन जॉब्स

उन्होंने कहा कि एक अनुमान है कि इस प्लांट से बनने वाली ष्टहृत्र से करीब 400 बसें चलेंगी। सैकड़ों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। यानी ये ग्रीन जॉब्स को भी बढ़ाने में मददगार होगा। किसी भी चुनौती से निपटने के दो तरीके हैं। पहला उसका तत्कालीन समाधान कर दिया जाए। दूसरा उसको स्थाई समाधान मिले। हमारी सरकार ने बीते सात साल में स्थाई समाधान किए हैं। अब हमारा लक्ष्य शहरों को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त करने का है। पहले देव गुराड़िया में भी कचरे का पहाड़ होता था। हर इंदौरवासी को इससे दिक्कत थी, लेकिन इंदौर नगर निगम ने इसे बदल दिया। पीएम मोदी ने कहा- इंदौर ने हाल ही में वाटर प्लस होने की उपलब्धि हासिल की है। ये भी अन्य शहरों को प्रेरणा देने वाला कदम है। सरकार का प्रयास है कि भारत के ज्यादा से ज्यादा शहर वाटर प्लस बनें। इसके लिए स्वच्छ भारत अभियान पर जोर दिया जा रहा है। हमारे पास तेल के कुएं तो नहीं हैं। पेट्रोलियम के लिए हमें दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है, लेकिन बायो फ्यूल के लिए हमारे पास बहुत कुछ है। 2014 में 40 करोड़ लीटर सप्लाई होता था। आज 300 करोड़ से ज्यादा इसकी सप्लाई हो रही है।


5 रुपए किलो गोबर खरीदेगी सरकार: शिवराज सिंह

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि, वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड एंड वन नरेंद्र मोदी... जब सब ये कहते हैं तो हमारा सीना गर्व से फूल जाता है। यह भारत की प्रगति का गौरव काल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, वेस्ट टु बेस्ट का मंत्र भी प्रधानमंत्री ने दिया। मध्यप्रदेश इस पर अमल कर रहा है। इंदौर का ष्टहृत्र प्लांट इसी का परिणाम है। पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाकर मैं भी झोलाधारी इंदौर अभियान शुरू किया जा रहा है। सीएनजी प्लांट में गोबर का इस्तेमाल भी किया जाएगा। ये गोबर हम आसपास के गांव से 5 रुपए प्रति किलो खरीदेंगे। मध्यप्रदेश में सोलर एनर्जी, बॉयो एनर्जी पर भी काम चल रहा है। पर्यावरण को बचाने के लिए एमपी में अंकुर अभियान चलाया जाएगा। मैं भी रोज एक पेड़ लगा रहा हूं। अब प्रदेश में 6000 लोग रोज एक पेड़ लगा रहे हैं।