अपहरण व बलात्कार का आरोपी भाजपा मंडल अध्यक्ष अब भी पुलिस की पकड़ से दूर



शादी के तीन दिन पहले सरई भाजपा मंडल अध्यक्ष व कबाड़ी ने युवती का किया था अपहरण,बालाघाट में करते रहे गैंगरेप, अब तक एक आरोपी की हुयी गिरफ्तारी


वैढ़न,सिंगरौली। सिंगरौली जिले में इस समय अपराध पर नियंत्रण या फरियादियों की सुनवाई कम बल्कि दोषियों व सरहंगों को संरक्षण देने का काम चल रहा है। पुलिस लाख दावे करे लेकिन सरई थाना की ताजा  घटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रही है। आपको बता दे कि सिंगरौली जिले के सरई थाने के भाजपा मंडल अध्यक्ष व सरई का चर्चित कबाड़ी ने एक युवती का शादी के तीन दिन पहले एक युवती का अपहरण कर पुलिस की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। अपहरणकर्ता बालाघाट ले जाकर युवती के साथ गैंगरेप करते रहे। फिलहाल बीते दिन पुलिस ने युवती को बालाघाट से बरामद कर लिया है। सूत्रों की माने तो जिले इस शर्मसार करने वाली घटना के बाद युवती ने बताया कि 27 जनवरी को वो घर से शौच के लिए निकली थी तभी भाजपा मंडल अध्यक्ष कोमल गुप्ता व कबाड़ी धर्मेन्द्र गुप्ता ने उसका मुँह दबाकर अपहरण कर चार पहिया वाहन में बैठाकर इसके बाद उसे बेहोश कर ले गए। 30 जनवरी को लड़की की शादी थी ऐसेे में काफी देर तक युवती का 27 जनवरी को वापस न आने पर युवती के परिजन परेशान होकर इधर उधर तलाश करने लगे और जब युवती का कही पता नही चला तो वो सरई थाना में जाकर गुमशुुदगी दर्ज कराये। परिजनों की माने तो सरई पुलिस ने गुमशुदगी तो दर्ज करली लेकिन मामले को गंभीरता से नही लिया जिससे तत्काल युवती का तलाश न करने के कारण सरई थाना क्षेत्र से युवती को अपहरणकर्ता कोसों दूर बालाघाट ले गए। फिलहाल घर वापस आई युवती के बयान पर सरई पुलिस भाजपा मंडल अध्यक्ष कोमल गुप्ता और धर्मेन्द्र गुप्ता पर अपहरण व बलात्कार की धारा 344, 366, 376,376(2)(एन),34 भादवि 1860 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। वही एक आरोपी धर्मेन्द्र गुप्ता को सरई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन भाजपा नेता कोमल गुप्ता अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर है।

युवती व उसके परिजनों का आरोप है कि सरई पुलिस मामले की लीपापोती में लगी हुई थी।सूत्रों की माने तो भाजपा के बड़े नेताओं के दबाव के कारण सरई पुलिस भाजपा मंडल अध्यक्ष को बचाने में लगी हुई थी लेकिन परिजनों के अड़े रहने के कारण आखिरकार सरई पुलिस ने दोनो ही आरोपियों पर मामला पंजीबद्ध कर लिया है। लेकिन सवाल यह उठता है कि इतने बड़े घटना के बाद भी भाजपा नेता पुलिस की पहुंच से दूर कैसे है? सूचिता की राजनीति करने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी जहां एक ओर बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देती है वहीं दूसरी ओर भाजपा के ही एक मंडल अध्यक्ष द्वारा अपहरण व बलात्कार जैसा जघन्य कृत्य करने के बावजूद पार्टी इसपर अब तक खामोश है। भाजपा द्वारा न तो अब तक उक्त मंडल अध्यक्ष को पद से हटाया गया है और ना ही कोई कार्यवाही की गयी है।