अखिलेश बोले- 2011 से कर रहा था स्वामी प्रसाद मौर्य का इंतजार, पहले आ जाते तो बुरे दिन नहीं देखने पड़ते



लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। इन सब के बीच आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव फाजिलनगर पहुंचे थे। फाजिलनगर से समाजवादी पार्टी ने हाल में ही भाजपा छोड़ पार्टी में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को टिकट दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य परंपरागत रूप से पडरौना से ही चुनाव लड़ते थे। लेकिन इस बार उनकी सीट को बदलकर फाजिलनगर कर दिया गया है। फाजिलनगर चुनाव प्रचार में अखिलेश यादव ने कहा कि मैं तो स्वामी प्रसाद मौर्य का इंतजार 2011 से ही कर रहा था। अगर वह उस समय आ गए होते तो हमें 5 साल बुरे दिन नहीं देखने पड़ते। अगर यह 2017 में आए होते तो आज उत्तर प्रदेश आगे दिखाई देता।
अखिलेश ने कहा कि मुझे पता है कि फाजिलनगर के लोग किसी की गर्मी निकाल देंगे। न केवल गर्मी निकालेंगे बल्कि स्वामी प्रसाद मौर्य के आने के बाद बीजेपी की भाप निकल जाएगी। भाजपा पर हमला करते हुए अखलेश ने कहा कि वे परेशान हैं। वे उस दिन को याद नहीं कर सकते जब स्वामी प्रसाद मौर्य हमारे साथ शामिल हुए थे। मैं 2011 से इंतजार कर रहा था। अगर वह बसपा छोड़ने के बाद हमारे साथ शामिल होते, तो हमें 5 साल के लिए बुरे दिन देखने की जरूरत नहीं होती। 2017 में हमारे साथ आए होते तो यूपी आज आगे होता। पहले जब हम विधानसभा में एक दूसरे के सामने बैठते थे तो वह (स्वामी प्रसाद मौर्य) विपक्ष की ओर से बोलते थे। हमें जवाब देना था और हम सदन में जवाब देते थे।अखिलेश ने कहा कि पहले हम एक-दूसरे के सामने बैठे थे, अब हम एक-दूसरे के करीब बैठेंगे और सरकार चलाएंगे। इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि यह लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है और अगर भाजपा चुनाव जीत गयी तो वह लोकतंत्र और संविधान को खत्म कर देगी। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ पर पलटवार करते हुए यादव ने कहा कि बाबा मुख्यमंत्री मुझे दंगेश कहते हैं लेकिन अपना चेहरा शीशे में नहीं देखते, अगर शीशे में अपना चेहरा देखें तो पता चल जाएगा कि दंगेश कौन है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में अब तक चार चरण के चुनाव हो चुके हैं। पांचवें चरण के लिए रविवार को मतदान जारी है। उत्तर प्रदेश में मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच माना जा रहा है।