बड़वानी के जंगलों में मिले डायनासोर के 10 अंडे, पुरातत्व विभाग कर रही है जांच



भोपाल। मध्य प्रदेश एक टाइगर स्टेट माना जाता है। लेकिन अब एमपी में डायनासोर के जीवाश्म मिले हैं। पुरातत्व विभाग का दावा है कि प्रदेश के बड़वानी जिले के जंगलों में डायनासोर के 10 अंडे पाए गए हैं। यह अंडे करीब 60 लाख से 1 करोड़ साल पुराने बताए जा रहे हैं।दरअसल बड़वानी जिले के सेंधवा वन मंडल अंतर्गत वरला रेंज में वन विभाग की टीम का पौधरोपण अभियान चल रहा था। इस दौरान पहाड़ी इलाकों में खुदाई के दौरान अंडाकार चट्टानें बरामद हुई। वन विभाग ने इन चट्टानों की जानकारी पुरातत्व विभाग को दी है। जिसके बाद पुरातत्व विभाग की टीम ने आकर जांच किया। आपको बता दें कि पुरातत्व विभाग ने जब जांच की तो हैरान करने वाले तथ्य सामने आए। ये चट्टान डायनासोर के अंडे निकले। पुरातत्वविद डॉ डीपी पांडे ने कहा कि कुल 10 अंडे मिले हैं। इनमें सबसे बड़े अंडे का वजन करीब 40 किलो है। अन्य करीब 25 किलो तक के हैं। तीन अंडे वे इंदौर लेकर गए हैं।वहीं बड़वानी के एसडीओ संदीप वास्कले ने कहा कि दो साल पहले भी पुरातत्व विभाग की टीम को वरला रेंज के हिंगवा के पास जंगल में अंडे मिले थे। उस समय वे कुछ अंडे लेकर गए थे। कुछ दिन पहले पुरातत्व विभाग की टीम आई थी। यहां से अंडे लेकर गई। उन्होंने जीवाश्म के डायनासोर के अंडे होने की पुष्टि की है। बड़वानी के जंगलों में डायनासोर के और भी जीवाश्म होने की संभावना है इसलिए संबंधित क्षेत्र को संरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि दो साल पहले वनरक्षक बद्रीलाल तरौले ने पोस्टिंग के दौरान सबसे पहले इन अंडों को देखा था।जानकारी के अनुसार साल 2007 में धार जिले के जंगलों में भी डायनासोर के जीवाश्म मिले थे। पुरातत्व विभाग को यहां डायनासोर के 25 घोंसले मिले थे। इन घोसलों में बड़ी संख्या में जीवाश्म थे। डायनासोर के जीवाश्म को मांडू में बने फॉसिल पार्क में रखा गया है।