देश में कोरोना के अधिकांश केस ओमिक्रॉन के, तीसरी लहर में बढ़ सकते हैं मरीज



नई दिल्ली. कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज एक बड़ी बात कही. मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट भारत में कोविड-19 का एक प्रमुख रुप है. मंत्रालय ने कहा कि ओमिक्रॉन की वजह से कोरोना संक्रमण के उछाल आया है और देश में सामने आ रहे कोरोना के मामलों में ज्यादातर मामले ओमिक्रॉन के हैं. इसके साथ ही सरकार ने यह भी माना है कि ओमिक्रॉन के साथ साथ अभी भी देश में डेल्टा वेरिएंट के मामले बड़ी संख्या में हैं और उसके केसेस में तेजी भी आई है.सरकार ने गुरुवार को कहा कि देश के कुछ भौगोलिक क्षेत्रों में कोविड के मामलों का पठार यानि चढ़ाव मिलने के संकेत हैं. हालांकि कुछ जिलों में भी कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं. मंत्रालय ने कहा कि ओमिक्रॉन का एक उप-संस्करण जो कि ओमिक्रॉन BA.2 है भारत में अधिक देखने को मिल रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हमें कोविड के पठार के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं लेकिन यह कुछ क्षेत्र तक ही सीमित है. में बताया कि जब शुरुआती दौर में विदेशी यात्रियों से ओमिक्रॉन फैल रहा था तब उसके इसका BA.1 स्ट्रे प्रचलित था लेकिन अब ओमिक्रॉन ट्रांसमिशन के दौर में है तो कुछ जगहों पर इसका सब स्ट्रेन BA.2 भी नोट किया गया है.सरकार ने कहा कि 90 प्रतिशत से अधिक मामले हल्के लक्षण से लेकर मध्यम गंभीरता वाले हैं और इसी के साथ इसमें वे लोग भी शामिल हैं जो अपने घरों में आइसोलेशन में है. सरकार के मुताबिक ऐसे मामले बहुत कम हैं जिन्हें आईसीयू बेड की या फिर ऑक्सीजन की जरूरत हो. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने जानकारी देते हुए कहा कि देश में कोरोना के टीके पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा की वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई में कम से कम समय में अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाना यह एक महत्वपूर्ण कदम है.