आई ड्राप्स डालने से उतर जायेगा चश्मा, वैज्ञानिकों ने किया आविश्कार
एजेंसी,वाशिंगटन। जिन लोगों की नजर कमजोर है, लेकिन उन्हें हर बार पढ़ने के लिए आंखों पर चश्मा चढ़ाना अच्छा नहीं लगता, उनके लिए मेडिकल साइंस ने एक चमत्कारी आई ड्रॉप बनाया है। इस आई ड्रॉप को आंखों में डालने के बाद नजर तेज हो जाएगी और चश्मा लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सबसे अच्छी बात ये है कि वैज्ञानिकों को आंखों में डाले जाने वाले इस ड्रॉप से काफी फायदा भी हुआ है। वुइटी नाम के इस आईड्रॉप का शुरुआती ट्रायल भी 750 मरीजों पर किया गया है, जिसके नतीजे काफी असरदार रहे हैं। अमेरिका की ड्रग रेग्युलेटर एफडीए ने भी आम लोगों को इसके इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इस आई ड्रॉप को आयरलैंड की फार्मा कंपनी एलरजन ने तैयार किया है। इसके ट्रायल में लीडिंग रोल में रहे नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. जॉर्ज ओ. वॉरिंग ने बताया कि बढ़ती उम्र के साथ लोगों में प्रेसबायोपिया होने लगता है, जिससे उनकी नजर कमजोर होने लगती है। ऐसा होने पर उन्हें चीजों को बेहद करीब से देखना पड़ता है। वुइटी आई ड्रॉप इस परिस्थिति में काफी कारगर है।ये आई ड्रॉप 15 मिनट में अपना असर दिखाती है और इसे डालने के कुछ घटों तक इसका असर रहता है। आंखों में वुइटी आई ड्रॉप की एक बूंद डालने से 6 से 10 घंटे तक नजर पहले की अपेक्षा तेज हो जाती है। पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के ऑप्थेल्मोलॉजिस्ट डॉ. स्टीफन ऑरलिन का कहना है, यह आई ड्रॉप पुतली के आकार को छोटा करती है। ऐसा होने पर मरीज को पास की चीज साफ दिखने लगती है।
6000 रुपये होगी कीमत: कंपनी के मुताबिक, एक महीने के लिए इस दवा के डोज का खर्च करीब 6 हजार रुपए आएगा। रोचेस्टर यूनिवर्सिटी की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. स्कॉट एम मैकरेने के मुताबिक चश्मे का बोझ नहीं उठा पाने वालों के लिए ये ड्रॉप अच्छा विकल्प है। परीक्षण के परिणाम बताते हैं कि ऐसे मरीजों के लिए यह नई आई ड्रॉप गेमचेंजर साबित हो सकती है।