गृहमंत्री का बड़ा बयान:नरोत्तम मिश्रा बोले- फ्री फायर खेलने वाले बच्चे के सुसाइड का केस गंभीर, एमपी में जल्द लागू होगा ऑनलाइन गेमिंग एक्ट



भोपाल। ऑनलाइन वीडियो गेम बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। इसके चलते मध्यप्रदेश सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। प्रदेश में जल्द ही ऑनलाइन गेमिंग एक्ट लागू किया जाएगा। यह बात गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा के दौरान कही। मंत्री ने कहा कि फ्री फायर गेम के कारण बच्चे की आत्महत्या का मामला बहुत गंभीर है। इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए एक्ट लागू किया जाएगा। इसका ड्राफ्ट तैयार हो गया है। इसको जल्द ही मूर्त रूप दिया जाएगा।राजधानी भोपाल के शंकराचार्य नगर में 11 वर्षीय पांचवी के छात्र सूर्यांश ओझा ने बुधवार को फांसी लगा ली थी। छात्र ऑनलाइन फायर गेम खेलने का आदी था। इस घटना पर गृहमंत्री ने चिंता जाहिर की है। इन घटनाओं को रोकने के लिए कानून लाने की बात कही है।

इफ्तारी करने वाले अब खुद को हिंदू बताने में लगे हैं, इससे अच्छे दिन क्या होंगे: ​​​​दिग्विजय सिंह के बयान पर गृहमंत्री मिश्रा ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि यह दिग्विजय सिंह का हृदय परिवर्तन है। वह शब्दों में सुधार कर रहे हैं। इससे अच्छे दिन क्या होंगे जो राजनीति में सिर्फ इफ्तारी करने तक सीमित थे। आज अपने आपको हिंदू साबित करने में लगे हैं। कोई कोर्ट के ऊपर जनेऊ डाल रहा है, कोई गंगा में डुबकी लगा रहा है तो कोई हनुमान चालीसा का पाठ कर रहा है। देश बदल रहा है। यह बदलाव नरेंद्र मोदी और अमित शाह के कारण है।मिश्रा ने प्रियंका गांधी पर भी हमला बोला और कहा कि प्रियंका बेटी हैं और लड़ सकती हैं तो राजस्थान में जाएं। निर्भया कांड जैसी घटना दोबारा राजस्थान में घटी है। यह घटना निंदनीय है। निर्भया कांड के दौरान भी कांग्रेस की सरकार थी और अब राजस्थान में भी कांग्रेस सरकार है।

जेल में बंदियों से होगी ई-मुलाकात: मिश्रा ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण 31 मार्च तक प्रदेश की सभी जेलों में बंदियों से होने वाली मुलाकातों पर रोक लगा दी गई है। अब उनके परिजन ई-मुलाकात और इनकमिंग कॉल के जरिए ही चर्चा कर सकेंगे। मंत्री ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 80 पुलिसकर्मी संक्रमित हुए हैं। अभी तक कुल 227 पुलिस जवान संक्रमित हुए हैं।

100 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुल रहे स्कूलों को दी चेतावनी: स्कूलों पर प्रतिबंध बढ़ाने के मामले में गृहमंत्री ने कहा कि कुछ स्कूल विद्यार्थियों की 100 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुल रहे हैं। ऐसे स्कूलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जबकि 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ चलाने के निर्देश हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री गंभीर हैं। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में 1 से 10वीं तक के बच्चों के शामिल होने पर प्रतिबंध लगाया है।