मोरवा पुलिस के हत्थे चढ़ा अंतरराज्यीय वाहन चोर, चोरी गयी बोलेरो बरामद



फेरी लगाने के बहाने क्षेत्र में घूमकर करता था रेकी, अन्य राज्यों में कई मामलों में था वांछित 

काल चिंतन कार्यालय

वैढ़न,सिंगरौली। गोरबी पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम नोडिया से चोरी गए वाहन को मोरवा पुलिस ने 24 घंटों के भीतर ढूंढ निकाला है। साथ ही चोरी में शामिल अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह के सदस्य को भी गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। 

मिली जानकारी अनुसार 28 जनवरी को फरियादी जगदीश प्रसाद गुप्ता पिता चंद्रिका प्रसाद गुप्ता निवासी नोडिया आजाद नगर ने गोरबी चौकी में तहरीर दर्ज कराई की कल देर रात अज्ञात चोरों द्वारा उनका बोलेरो वाहन क्रमांक एमपी 66सी7216 उनके घर से ही चोरी कर ली गई है। लंबे समय से शांत माहौल में वाहन चोरी की सुगबुगाहट को पुलिस ने गंभीरता से लिया। अत: चौकी प्रभारी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करते हुए पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह के दिशानिर्देश, अनुविभागीय अधिकारी राजीव पाठक के मार्गदर्शन व निरीक्षक मनीष त्रिपाठी के सतत निगरानी में चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक सुधाकर सिंह परिहार ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 33/22 धारा 457, 380 भादवी पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की। पुलिस ने हर संभावित क्षेत्र में चोरों की तलाश करते हुए क्षेत्र में घूम रहे संदिग्ध लोगों की छानबीन व मुखबिर की सूचना के आधार पर कई जगह पूछताछ के साथ सिंगरौली वाराणसी रोड में टोल प्लाजा पर सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। जिससे वाहन की जानकारी मिली। जिसके बाद समय रहते धूरपुर चौराहा थाना धूरपुर जिला प्रयागराज से चोरी गई बोलेरो को बरामद कर लिया गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी अरुण सांवलेराम काले पिता सांवलेराम काले उम्र 22 वर्ष निवासी कोलपेवाडी थाना तालुका कोपरगांव जिला अहमदनगर महाराष्ट्र को प्रयागराज से गिरफ्तार किया है।

पूछताछ में इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी एक शातिर बदमाश है, जो क्षेत्र में फेरी लगाकर पहले रेकी करता है और समय रहते वाहन चोरी कर फरार हो जाता है। इसके ऊपर यूपी व महाराष्ट्र में भी कई मामले दर्ज हैं। पूछताछ के दौरान आरोपी ने कई अन्य इलाकों में भी चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है। 

उक्त मामले के खुलासे में थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष त्रिपाठी, चौकी प्रभारी सुधाकर सिंह परिहार, सहायक उपनिरीक्षक सुरेश सिंह, राजकुमार त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक संजय सिंह परिहार, राजकुमार तिवारी, राजमणि सिंह, जीवन लाल वर्मा एवं आरक्षक मोहम्मद कौसर, प्रकाश सिंह, त्रिवेणी तिवारी, बबलू बास्केल, अमन रावत की सराहनीय भूमिका रही।