मुलायम की बहु अपर्णा भाजपा में शामिल



लगातार दूसरे चुनाव में परिवार में बिखराव से सपा की स्थिति हुई कमजोर

लखनऊ। भाजपा के काम से प्रभावित होकर मुलायम परिवार की छोटी बहू अपर्णा यादव ने भाजपा को अपनी राजनीतिक भविष्य की पार्टी चुन लिया है। उन्होंने दिल्ली में स्वतंत्र देव सिंह व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में सपा छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। स्वच्छ भारत अभियान को लेकर अपर्णा यादव पीएम मोदी की तारीफ भी कर चुकी हैं। उन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि मोदी ने झाड़ू उठाई और देश में बदलाव होने लगा। अपर्णा पीएम मोदी को रोल मॉडल भी बता चुकी हैं।

ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब परिवार के लोग ही सपा छोड़ने पर मजबूर हुए उत्तर प्रदेश की सियासत का वो परिवार जिसे यादव कुनबे के नाम से जाना जाता था लेकिन उस कुनबे में बीजेपी ने सेंधमारी कर दी। वहीं अपर्णा यादव के इस कदम से राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं, कहावत भी चरितार्थ हो गई है।

सपा के कद्दावर नेता रहे और मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल यादव भी भाई छोड़ कर चले गये थे। उनके और मौजूदा सपा मुखिया अखिलेश यादव के बीच राजनीतिक रिश्ते इतने तल्ख हो गए थे कि उनको सपा छोड़नी पड़ गई थी। आखिर में उन्होंने अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई। इस विधानसभा चुनाव में चाचा-भतीजा सारी कड़वाहट को दूर कर एक बार फिर साथ आ गए है। चाचा शिवपाल भतीजे अखिलेश यादव को इस बार मुख्यमंत्री बनाने का दावा भी कर रहे हैं। भाजपा के मंत्रियों को पार्टी में शामिल कराकर समाजवादी पार्टी ने बड़ी राजनीतिक बढ़त बनाने का प्रयास किया। अब भाजपा ने डैमेज कंट्रोल किया है। अपर्णा को पार्टी में शामिल कराना पार्टी के लिए मजबूरी भी बन गई थी। दरअसल, पार्टी के पक्ष में बना माहौल पिछले दिनों कुछ हद तक धूमिल हुआ था। अब परिवार में टूट के बाद एक बार फिर भाजपा हमलावर हो सकती है। बीजेपी आलाकमान के लिए सिर दर्द बनी लखनऊ कैंट सीट से टिकट का मसला भी अब शांत हो जाएगा। माना जा रहा है अपर्णा के आने से लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से बीजेपी का टिकट उन्हीं के खाते में जाने की प्रबल उम्मीद है। इस सीट के बीजेपी की मौजूदा सांसद अपने बेटे को टिकट दिलाने के लिए अपनी सांसदी से इस्तीफा देने तक की बात कह चुकी है। वहीं, मेयर भी अपने एक पारिवार के सदस्य को टिकट दिलाने के लिए बड़े-बड़े नेताओं के संपर्क में हैं। मौजूदा विधायक तो अपने आप को प्रबल दावेदार मान ही रहे है। वहीं भाजपा के फायरब्रांड युवा नेता अभिजात मिश्र भी टिकट के लगे हुए है। अपर्णा यादव समाजवादी पार्टी के संरक्षक और मैनपुरी से सांसद मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। प्रतीक यादव राजनीतिक से कोसों दूर है, लेकिन अपर्णा यादव राजनीति और सामाजिक कार्यों से हमेशा जुड़ी रही हैं। अक्सर कार्यक्रमों में हिस्सा लेती दिखाई पड़ जाती हैं। अपर्णा ने समाजवादी पार्टी के टिकट से 2017 विधानसभा चुनाव में लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी से वो हार गई थी। अपर्णा समाजवादी पार्टी से जुड़े रहने और मुलायम सिंह यादव परिवार की बहू होने के बाद भी पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम योगी की तारीफ करती रही हैं। मूल रूप से उत्तराखंड की रहने वाली अपर्णा यादव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भी नजर आई हैं। एक जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ अपर्णा यादव के आग्रह पर सरोजनी नगर स्थित कान्हा उपवन गए थे। इस गौशाला को अपर्णा यादव का एक एनजीओ ही चलाता था।