एनसीएल सीएमडी ने मप्र सरकार के मुख्य सचिव सहित शीर्ष अधिकारियों से की शिष्टाचार भेंट



सिंगरौली में बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार एवं पर्यावरण पर हुई चर्चा ,सीएमडी ने एनसीएल की पर्यावरण प्रतिबद्धता को भी दोहराया  

काल चिंतन कार्यालय

वैढ़न,सिंगरौली। नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री भोला सिंह ने शुक्रवार को भोपाल में मध्य प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस से शिष्टाचार भेंट की।बैठक के दौरान सीएमडी एनसीएल ने राज्य के मुख्य सचिव को कंपनी के कोयला उत्पादन व प्रेषण की स्थिति से अवगत कराया । इस अवसर पर  सिंगरौली जिले में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा, रोजगार पर चर्चा हुई। साथ ही उच्च-शिक्षा के आलोक में माइनिंग कॉलेज की स्थापना में तेजी को लेकर मुख्य सचिव से सकारात्मक बात हुई । बैठक में सीएमडी एनसीएल ने सिंगरौली में सीएसआर व अन्य मदों से लोगों के सामाजिक उत्थान के लिए किए जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी दी एवं बताया कि क्षेत्र के विकास के लिए एनसीएल लगातार प्रयासरत है। 

सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह ने मध्यप्रदेश राज्य के डीजीपी श्री विवेक जौहरी से भी सौजन्य भेंट की व उन्हें देश की ऊर्जा सुरक्षा में एनसीएल की भूमिका से अवगत कराया। इस अवसर पर सीएमडी ने राज्य के खनन सचिव श्री सुखवीर सिंह से भी भेंट की। मुलाक़ात के दौरान उन्होने एनसीएल द्वारा हरित खनन के साथ सतत विकास के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों जैसे अधिभार से रेत बनाने की जानकारी दी, जिसको खनन सचिव ने सराहा। इस दौरान उन्होने मध्य-प्रदेश सरकार के राजस्व सचिव, पर्यावरण सचिव, वन सचिव, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष से भी मुलाक़ात की जिसमें संबंधित अधिकारियों ने एनसीएल से जुड़े विभागीय मुद्दों पर  सहयोगात्मक प्रतिक्रिया दी । गौरतलब है कि एनसीएल, देश की ऊर्जा सुरक्षा के साथ, सिंगरौली परिक्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण को  प्रतिबद्ध हैद्य कंपनी ने बृहद स्तर पर वृक्षारोपण, प्रेषण के लिए रेपिड लोडिंग सिस्टम, कोल हैंडिलिंग प्लांट, बेल्ट पाइप कन्वेयर एवं उत्पादन में हरित खनन तकनीक का समावेश किया है । साथ ही एनसीएल स्थानीय लोगों के लिए अलग कोल कॉरीडोर व सुदृढ़ सड़क व्यवस्था जैसे उपायों पर भी कार्य कर रही है। एनसीएल, सिंगरौली व सोनभद्र जिले की 10 खदानों से कोयला उत्पादन करती है जिनमें से 6 खदानें मध्य प्रदेश राज्य के सिंगरौली जिले में स्थित हैं जहां  से कंपनी का लगभग 75प्रतिशत कोयला का उत्पादन होता है।