एनसीएल ने चपकी सोनभद्र में कराया ग्रामीण छात्रावास का निर्माण



काल चिंतन कार्यालय

वैढ़न,सिंगरौली। भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एनसीएल) सामाजिक निगमित दायित्व के तहत सतत सामुदायिक विकास की दिशा में अनेक प्रयास कर रही है जिससे स्थानीय नागरिकों का शैक्षिक, आर्थिक व सामाजिक विकास हो रहा है । शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे अनेक प्रयासों की ही कड़ी में एनसीएल के दूधीचुआ क्षेत्र ने उत्तर प्रदेश स्थित सोनभद्र जिले के म्योरपुर ब्लॉक के दूरस्थ गाँव चपकी में 506.29 लाख की लागत से आदिवासी बच्चों की आवासीय शिक्षा के लिए 24 कमरों के छात्रावास का निर्माण करवाया है। 

चपकी में ग्रामीण एवं आदिवासी बच्चों को शिक्षा एवं प्रशिक्षण दे रहे सेवाकुंज आश्रम में आस पास के लगभग एक हज़ार आदिवासी बच्चे पढ़ाई करते हैं जिनमें से कुछ बच्चे काफी दूर के गांवों से पढ़ाई करने आते हैं । इन बच्चों का इतनी दूर से प्रतिदिन विद्यालय आना जाना संभव नहीं हो पाता है जिसके चलते पढ़ाई बीच में ही छूट जाती है । इसी को ध्यान में रखते हुए एनसीएल ने इन बच्चों के लिए आवासीय शिक्षा की व्यवस्था करने हेतु 24 बड़े कमरों के छात्रावास का निर्माण करवाया गया है जिसमें 250 से 300 बच्चे एक साथ रह सकते हैं । इसके साथ ही यहाँ पर कार्यालय एवं शौचालय का निर्माण भी कराया गया है। छात्रावास के साथ ही यहाँ पर लगभग एक हज़ार  बच्चों के लिए रसोई घर एवं डाइनिंग हाल का निर्माण कार्य भी चल रहा है ।  इस छात्रावास के बन जाने से दूरस्थ क्षेत्रों मे रहने वाले बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने की एनसीएल की मुहिम को बल मिलेगा। गौरतलब है कि एनसीएल आस पास के क्षेत्र में शिक्षा के आधारभूत ढांचे के निर्माण, आधुनिक शिक्षा के लिए स्मार्ट क्लास की व्यवस्था, पुस्तकालय की स्थापना, विद्यालय-सह-छात्रावास का निर्माण, प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना जैसे अनेक प्रयास कर रही है।