राम से बड़ा राम का नाम: ब्यास श्री दिलीप कृष्णा भारद्वाज



काल चिंतन संवाददाता

चोपन सोनभद्र। प्रीत नगर नर्बदेश्वर मंदिर में चल रहे श्री राम कथा के तीसरे दिन व्यास श्री दिलीप कृष्णा भारद्वाज द्वारा आज श्री राम कथा में भगवान श्री राम की जन्म उत्सव लीला व संगीतमय पाठ के माध्यम से लोगों को श्री राम के बारे में बताया श्री व्यास ने कहा कि त्रेतायुग में श्रीविष्णु के सातवें अवतार श्रीराम जी ने पुष्य नक्षत्र पर, मध्याह्न काल में अयोध्या में जन्म लिया था। वह दिन था, चैत्र शुक्ल नवमी। तबसे श्रीराम के जन्मप्रीत्यर्थ श्रीरामनवमी मनाई जाती है। सामान्यत: श्रीरामनवमी का उत्सव विभिन्न स्थानों पर विविध प्रकार से मनाया जाता है। कहीं सार्वजनिक रूप में, कहीं व्यक्तिगत स्तर पर, तो कहीं पारिवारिक रूप में इसे मनाते हैं। प्रभु श्रीराम का जीवन हम सभी को हर स्थिति में कैसे रहना है, इसका संदेश देता है। धर्मकी सभी मर्यादाओं का पालन करनेवाला अर्थात मर्यादा-पुरुषोत्तम, आदर्श पुत्र, आदर्श बंधु, आदर्श पति, आदर्श मित्र, आदर्श राजा, आदर्श शत्रु ऐसे सभी स्तर पर आदर्श रहे हैं, प्रभु श्रीराम! आज भी आदर्श राज्य को रामराज्य की ही उपमा देते हैं।इस अवसर पर मां समाज कल्याण मंत्री संजय गोड़, मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह, विधानसभा प्रभारी अरविंद सिंह, विद्याशंकर पांण्डेय, धर्मेंद्र जायसवाल राजेश अग्रहरि मनोज सिंह तेजवंत पाण्डेय अमर शर्मा हंसराज शुक्ला रघुराई भारती बारामती देवी अरविंद दीनदयाल सहित आदि लोग मौजूद रहे।