जाने केजरीवाल की नई शराब नीति में ऐसा क्या है? जिसके विरोध में भाजपा कर रही प्रदर्शन



नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की नई शराब नीति के खिलाफ आज बीजेपी ने चक्का जाम किया। जिसकी वजह से दिल्ली के कई इलाकों में लंबा जाम लगा। भाजपा के 'चक्का जाम' के कारण रिंग रोड, आईटीओ और कई अन्य प्रमुख मार्गों पर लंबा जाम लग गया, जिसके परिणामस्वरूप लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति का ऐलान किया है जिसके तहत अब नए शराब के ठेके नहीं खोले जाएंगे। इसके साथ ही दिल्ली में शराब पीने की उम्र भी घटा दी गई। बता दें कि दिल्ली में शराब की 850 दुकानें हैं, जिनमें से 60 प्रतिशत दुकानें सरकारी और 40 प्रतिशत प्राइवेट हैं।  

नई आबकारी नीति में क्या है?

दिल्ली में शराब पीने की उम्र घटाकर 25 से 21 की गई। 

दिल्ली में अब सरकार शराब की दुकानें नहीं चलाएगी।

शराब की नई दुकानें भी नहीं खुलेगी।

सरकारी दुकानों की बीडिंग करवाई जाएगी।

सरकारी दुकानों को प्राइवेट किया जाएगा।

शराब की दुकानों को अपना एरिया बढ़ाकर 500 स्कवायर फीट करना होगा।

कोई दुकान अगर 200 स्कवायर फीट पर होगी तो इसका एरिया भी बढ़ाना होगा

शराब की दुकान की खिड़की या काउंटर सड़क की ओर नहीं होना चाहिए

बीजेपी क्यों कर रही विरोध: भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अक्षरधाम मंदिर के पास विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। आदेश गुप्ता ने कहा, "दिल्ली सरकार अपनी नयी आबकारी नीति के तहत शहर भर में अवैध रूप से शराब की दुकानें खोल रही है। रिहायशी और धार्मिक स्थलों के पास दुकानें खोली जा रही हैं। हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि नयी शराब नीति वापस नहीं ले ली जाती। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों, स्कूलों और रिहायशी इलाकों के पास शराब की दुकानें नहीं चलने दी जाएंगी। 

दिल्ली सरकार का तर्क: मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में भाजपा वाले नयी आबकारी नीति से बौखलाए हुए हैं क्योंकि अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली में 3500 करोड़ रुपये की चोरी रोक दी है। यह पैसा अब जनता के काम के लिए सरकार को मिल रहा है पहले यह पैसा भाजपा नेताओं और शराब माफिया की जेब में जाता था। नई एक्साइज पॉलिसी लागू करने के पीछे सरकार का तर्क है कि इससे रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी।