शत प्रतिशत लक्ष्य के साथ एनसीएल ने किया 86.36 एमटी कोयला उत्पादन



एनसीएल ने कोयला प्रेषण में दर्ज की लगभग 16 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि


काल चिंतन कार्यालय

वैढ़न,सिंगरौली। भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने चालू वित्त वर्ष में तीसरी तिमाही के अंत तक कोयला उत्पादन व प्रेषण में विगत वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज करते हुए वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल से दिसंबर) तक कंपनी ने 86.36 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है, जो इस वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य के  शत प्रतिशत से अधिक है और साथ ही विगत वित्त वर्ष की समान अवधि में किए गए उत्पादन से लगभग 2.53प्रतिशत अधिक है। 

इसी तरह कोयला प्रेषण में भी चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में एनसीएल ने बिजली घरों सहित अपने सभी कोयला उपभोक्ताओं को कुल 92.19 मिलियन टन कोयले का प्रेषण (डिस्पैच) किया है जो विगत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 15.76 प्रतिशत अधिक है।  यही नहीं, इस अवधि के दौरान कंपनी ने बिजली उपभोक्ताओं को अबाध कोयला आपूर्ति करते हुए पिछले 24 नवंबर को सर्वाधिक कोयला प्रेषण(4.15 लाख टन) के साथ एक दिन में अधिकतम एमजीआर रेक(80  रेक) का भी रिकॉर्ड भी बनाया है 7 साथ ही 27 अक्तूबर को भारतीय रेल के माध्यम से अधिकतम 42 कोयला रेक भेजने का भी रिकॉर्ड बना है। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2021-22 में एनसीएल को 119  मिलियन टन कोयला उत्पादन व 126.5 मिलियन टन कोयला प्रेषण की जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी के कोयला उत्पादन व प्रेषण के वर्तमान आंकड़ो व कंपनी के पूर्व के वर्षों के रिकॉर्ड को देखा जाय तो कहा जा सकता है कि कंपनी अपने वार्षिक लक्ष्यों को समय रहते हासिल कर लेगी।