संसद में पेश हुआ आर्थिक सर्वे, वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी 8-8.5 फीसदी रहने का अनुमान

 


नई दिल्ली. आज संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ इसका आरंभ हो चुका है. राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद लोकसभा में आर्थिक सर्वे प्रस्तुत हो चुका है. आर्थिक सर्वे मौजूदा वित्त वर्ष में सरकार के कामकाज का अर्थव्यवस्था पर क्या असर हुआ है, इसका एक तरह से रिपोर्ट कार्ड होता है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2022-23 पेश करने के एक दिन पहले यानी आज आर्थिक सर्वे प्रस्तुत कर चुकी हैं. आज दोपहर 3 बजकर 45 मिनट पर मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे जिसमें आर्थिक सर्वे के मुख्य बिंदुओं का विवरण साझा किया जाएगा. कल 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2022-23 प्रस्तुत करेंगी.वित्त वर्ष 2021-22 में देश की रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 9.2 फीसदी पर रखा है. ये आरबीआई के 9.5 फीसदी के अनुमान से कुछ कम है. इसके अलावा वित्त वर्ष 2022-23 के लिए देश की अर्थव्यवस्था के 8-8.5 फीसदी की दर से जीडीपी ग्रोथ हासिल करने का अनुमान है. वित्त वर्ष 2021-22 में कृषि सेक्टर की ग्रोथ का अनुमान 3.9 फीसदी पर रखा गया है. इसके अलावा इंडस्ट्रियल सेक्टर में 11.8 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान रखा गया है. वहीं सर्विस सेक्टर की ग्रोथ का अनुमान 8.2 फीसदी पर रखा गया है.

क्या है आर्थिक सर्वेक्षण: देश की अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन चालू वित्त वर्ष में कैसा रहा है, इसका पूरी रिपोर्ट एक तरह से आर्थिक सर्वे में होती है. आगामी वित्त वर्ष में सरकार की आर्थिक विकास दर को लेकर क्या रणनीति रहने वाली है, इसको लेकर भी आर्थिक सर्वे में पूरा रोडमैप होता है. अर्थव्यवस्था के प्रत्येक सेक्टर में कैसा प्रदर्शन रहा है और आगे कैसा रहने का अनुमान है, ये भी आर्थिक सर्वे में ही बताया जाता है.