कोविड-19 से बचाव में एन 95 मास्क की भूमिका काफी अहम



काल चिन्तन न्यूज

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नई दिल्ली । ताजा अध्ययन में जानकारी सामने आई है कि कोविड-19 से बचाव में एन 95 मास्क की भूमिका काफी अहम है। वहीं, स्टडी में पता चला है कि कपड़े का मास्क से शायद संक्रमण के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा न मिले।अमेरिकन कॉन्फ्रेंस ऑफ गवर्नमेंटल इंडस्ट्रियल हाईजीनिस्ट्स के अनुसार, वायरस के प्रसार के खिलाफ सबसे ज्यादा सुरक्षा देने में एन 95 सबसे बेहतर हैं। एन 95 के मामले में अगर संक्रमित व्यक्ति मास्क नहीं पहना है, तो भी संक्रमण फैलने में कम से कम 2.5 घंटे लगेंगे। वहीं, अगर दोनों एन 95 का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो वायरस को फैलने में 25 घंटों का समय लगेगा।डेटा दिखाता है कि कपड़े के मास्क की तुलना में सर्जिकल मास्क बेहतर काम करते हैं।अगर संक्रमित व्यक्ति मास्क नहीं पहना है और दूसरा व्यक्ति मास्क का इस्तेमाल कर रहा है, तो संक्रमण फैलने में 30 मिनट लग सकते हैं।खास बात है कि कई लोग आरामदायक होने के चलते एन 95 के बजाए कपड़े के मास्क का चुनाव करते हैं।

ऐसे में एक्सपर्ट्स सर्जिकल मॉडल्स के साथ कपड़े का मास्क पहनने की सलाह देते हैं।कपड़े के मास्क की केवल एक परत बड़े ड्रॉपलेट्स को रोक सकती है, लेकिन ये एयरोसोल्स को रोकने में सक्षम नहीं हैं।अगर कोई वेरिएंट तेजी से फैलता है, तो कपड़े का मास्क या सर्जिकल मास्क खास सुरक्षा नहीं दे पाएंगे।ओमिक्रॉन को कोरोना वायरस का काफी तेजी से फैलने वाला वेरिएंट माना जा रहा है।दो-तीन डोज लेने वाले भी संक्रमित हो रहे हैं।ऐसे में कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करना जरूरी है। डेटा दिखाता है कि अगर दो लोग मास्क नहीं पहने हैं और उनमें से एक संक्रमित है, तो वायरस 15 मिनट में फैल जाएगा।अगर दूसरी व्यक्ति कपड़े का मास्क पहनता है, तो वायरस को 20 मिनट लगेंगे।अगर दोनों कपड़े का मास्क पहने हैं, तो संक्रमण को फैलने में 27 मिनट का समय लगेगा। बता दें ‎कि कोरोना वायरस महामारी के बीच ओमिक्रॉन वेरिएंट की दस्तक के बाद फेस मास्क की गुणवत्ता को लेकर फिर नई बहस छिड़ गई है।इस सवाल का जवाब खोजा जा रहा है कि आखिर कौन सा मास्क बेहतर सुरक्षा देता है।