एक दिन में मिले 1.17 लाख नए कोरोना मामले



देश आने वाले इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए 7 दिन का होम क्वारैंटाइन जरूरी

नई दिल्ली। देश आने वाले सभी इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए 7 दिन के होम क्वारैंटाइन को अनिवार्य कर दिया गया है। देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने शुक्रवार को ये फैसला लिया। नई गाइडलाइन के मुताबिक, यात्रियों को 8वें दिन आरटी- पीसीआर टेस्ट कराना होगा। पॉजिटिव पाए जाने पर उनके टेस्ट सैंपल जीनों सीक्वेंसिंग के लिए लैब भेजे जाएंगे।देश आने वाले लोगों को ऑनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेयरेशन फॉर्म भी भरना होगा। उन्हें ट्रैवल से पहले 72 घंटे के भीतर की आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट भी अपलोड करनी होगी। ये गाइडलाइन 11 जनवरी से अगले आदेश तक लागू रहेगी।देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर में पहली बार संक्रमण का आंकड़ा 1 लाख के आंकड़े को पार कर गया। 24 घंटे में संक्रमण के 1,17,094 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 302 लोगों की मौत हुई है। एक्टिव केस में 86,040 की बढ़ोतरी हुई है। 31 दिसंबर को देश में 22,775 नए केस मिले थे। इस लिहाज से देश में एक हफ्ते के भीतर नए मामले करीब 5 गुना हो गए हैं।वहीं, देश में कुल मामलों की बात करें तो अब तक 3.52 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3.43 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं 4.83 लाख लोगों की अब तक मौत भी हो चुकी है। एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 3,65,521 हो गया है।

महाराष्ट्र में ३६ हजार तो पश्चिम बंगाल में मिले १५ हजार से ज्यादा नये मामले

महाराष्ट्र में गुरुवार को 36,265 लोग संक्रमित पाए गए। 8907 लोग ठीक हुए और 13 लोगों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 67.93 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 65.33 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 1 लाख 41 हजार 594 लोगों की मौत हो गई। 1,14,847 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। पश्चिम बंगाल में गुरुवार को 15,421 लोग संक्रमित पाए गए। 7343 लोग ठीक हुए और 19 लोगों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 16.93 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 16.32 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 19,846 लोगों की मौत हो गई। 41,101 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। जबकि दिल्ली में गुरुवार को 15,097 लोग संक्रमित पाए गए। 6900 लोग ठीक हुए और 6 मौतें दर्ज की गई। अब तक राज्य में 14.89 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 14.32 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 25,127 लोगों की मौत हो गई। 31,498 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।