पद्मश्री सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन



नयी दिल्ली।  पत्रकारिता के प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका एक्सलेंस अवार्ड से सम्मानित पत्रकार विनोद दुआ (67) नहीं रहे. उनकी बेटी मल्लिका दुआ ने शनिवार को उनके निधन की जानकारी दी. विनोद दुआ  की बेटी मल्लिका ने बताया है कि रविवार (5 दिसंबर) को लोधी श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. पिछले कुछ दिनों से वह दिल्ली के एक अस्पताल में आईसीयू में भर्ती थे. इसी साल विनोद दुआ कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे. इसके बाद से ही उनकी सेहत लगातार बिगड़ने लगी थी.विनोद दुआ उन पत्रकारों में शुमार हैं, जिन्होंने सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एंट्री की थी. उन्होंने दूरदर्शन और एनडीटीवी के लिए काम किया था. बाद में कई वेब पोर्टल्स के लिए भी उन्होंने पत्रकारिता की. कई टीवी चैनल पर उनके शो प्रसारित होते थे.

विनोद दुआ की बेटी मल्लिका दुआ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि उनके पिता निर्भीक पत्रकार थे. दिल्ली के रिफ्यूजी कॉलोनी से निकलकर पत्रकारिता के शीर्ष तक पहुंचे थे. करीब 42 साल तक उन्होंने पत्रकारिता की. हमेशा सच के साथ खड़े रहे.मल्लिका ने लिखा है कि विनोद दुआ की पत्नी चिन्ना उनके साथ नहीं थीं. वह पहले ही इस दुनिया से जा चुकीं थीं. दूसरी दुनिया में अब दोनों मिलकर गीत गायेंगे, खाना पकायेंगे, घूमेंगे और एक-दूसरे को सहारा देंगे.ज्ञात हो कि विनोद दुआ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पहले पत्रकार थे, जिन्हें पत्रकारिता के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में शुमार रामनाथ गोयनका एक्सलेंस अवार्ड के लिए चुना गया था. भारत सरकार ने वर्ष 2008 में विनोद दुआ को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया था.ज्ञात हो कि विनोद दुआ और उनकी पत्नी पद्मावती 'चिन्नाÓ दुआ को कोरोना का संक्रमण हुआ था. दोनों को गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लंबे समय तक कोरोना से जूझने के बाद चिन्ना दुआ ने जून में दम तोड़ दिया था.