ओपेन कास्ट खदानों में अत्याधुनिक व हरित खनन तकनीकों पर एनसीएल में आज से होगा दो दिवसीय मंथन




वैढ़न,सिंगरौली। भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एनसीएल), कोयला उत्पादन के साथ ही खनन क्षेत्र में शोध एवं विकास, हरित खनन, आधुनिक प्रौद्योगिकी, नवाचार तथा विश्व में प्रचलित कोयला खनन की सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को, कोल इंडिया एवम कोयला उद्योग में बढ़ावा देने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है । इसी क्रम में एनसीएल मुख्यालय में सोमवार से दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन ओपेन कास्ट माइनिंग टेक्नालजी ऐंड सस्टेनिबिलिटी आइकॉम्स 2021 का हाइब्रिड मोड में आयोजन किया जा रहा है जिससे विश्व भर के प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञ उपस्थित होकर या वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे ।  13 व 14 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली इस कॉन्फ्रेंस में आईआईटी बीएचयू, वाराणसी नॉलेज पार्टनर की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है 

विश्व भर के प्रतिष्ठित संस्थान, खनन विशेषज्ञ, शिक्षाविद हो रहे शामिल : आइकॉम्स-2021 में यूएसए, स्वीडन , टर्की, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका के प्रतिष्ठित शिक्षण व खनन संबंधी संस्थानों के अलावा देश से वाराणसी, खड़गपुर, गुवाहाटी व  धनबाद स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी), सीएसआईआर-केन्द्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान, धनबाद(सीआईएमएफ़आर), भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान-कोलकाता, भारतीय इंजीनियरिंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईईएसटी),  हावड़ा, तथा अन्य राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों(एनआईटी) से प्राप्त सैकड़ों शोधपत्रों में से  100 से अधिक सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र प्रस्तुत करने हेतु चयनित किए गए हैं 

विगत वर्षों में आयोजित आइकॉम्स के दौरान वर्ष 2018 में 58, 2019 में 69 तथा 2020 में 80 सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र प्रस्तुत किए गए थे जिससे भारतीय खनन उद्योग को खासा लाभ हुआ है । 

राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनिया लगाएँगी उत्पादों व तकनीकी समाधानों की प्रदर्शनी : एनसीएल ने खनन क्षेत्र से संबन्धित अनेक राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियों जैसे कैटरपिलर, वोल्टास, जनरल इलेक्ट्रिक, बीईएमएल, एलजी, कोमात्सु, हिंडाल्को, जेमको तथा अन्य मूल उपकरण निर्माता कंपनियों (ओईएम) को अपने उत्पादों व  तकनीकी समाधानों को दिखाने के लिए नि:शुल्क एक सुनहरा अवसर दिया है ।  

विगत आइकॉम्स के आयोजन से  प्राप्त हुए बहुमूल्य सुझाव : आइकॉम्स के दौरान प्रस्तुत किए गए शोध पत्रों व विशेषज्ञों के पैनल डिस्कशन से स्मार्ट माइनिंग के तहत  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग, मशीन लर्निंग, प्रणाली के एकीकरण,  इंक्यूबेशन सेंटर की मदद से अनुसंधान एवं विकास, विस्फोटरहित खनन, उच्च क्षमता के सरफेस माइनर की तैनाती, दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कर्मियों में थकान की निगरानी , बेहतर ब्लास्टिंग की तकनीक, कोयला गैसीकरण पर जोर देने के साथ स्वच्छ कोयले के लिए रणनीति, उच्च स्ट्रिपिंग रेशिओ वाली खदानों में अधिभार के रखरखाव, अधिभार से निर्माण सामग्री बनाने की संभावना, खनिकों के मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के आकलन, खदानों और संबद्ध गतिविधियों के लिए सौर ऊर्जा के  पर्याप्त उत्पादन, खनन क्षेत्र के विद्यालयों में आधुनिक शिक्षा सुविधाओं के लिए नेटवर्किंग जैसे कई महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए हैं ।  सुझावों की व्यावहारिकता के आधार पर इन्हें एनसीएल सहित पूरे कोल इंडिया में लागू करने का प्रयास किया जा रहा है । खनन उद्योग में आइकॉम्स, एनसीएल का एक अनूठा प्रयास है जिसमें विश्व भर से प्रमुख शिक्षाविद, टेक्नोक्रैट, औद्योगिक निर्माता व विद्यार्थी नि:शुल्क शामिल होकर इस अवसर का लाभ उठा रहे है। गौरतलब है कि देश की ऊर्जा संरक्षा के साथ ही एनसीएल लगातार स्वच्छ ऊर्जा, हरित खनन, कार्बन फुटप्रिंट में कमी तथा दीर्घकालिक विकास के क्षेत्र में लगातार सकारत्मक कार्य कर रही है।