ऑक्सीजन की कमी से मौतें,स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया बोले- सिर्फ पंजाब में चार लोगों की मौत की मिली जानकारी



नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र का आज पांचवां दिन है। आज लोकसभा में  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि राज्य सरकारों को पत्र लिखकर ऑक्सीजन की कमी से मौतों पर जवाब मांगा था, जिसमें 19 राज्यों ने अपना डेटा भेज दिया है। केवल पंजाब ने ऑक्सीजन की कमी के कारण चार संदिग्ध मौतों की जानकारी दी है। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया लोकसभा में ऑक्सीजन की कमी के चलते मौतों के सवाल पर जवाब दे रहे थे। संसद में कोरोना को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। 


भारत में कुल 3.46 करोड़ मामले सामने आए: मंडाविया ने लोकसभा में जानकारी दी कि भारत में कोरोना के 3.46 करोड़ मामले सामने आए हैं और 4.6 लाख लोगों की मौत हुई है। यह कुल मामलों का 1.36त्न है। भारत में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 25,000 मामले और 340 मौतें दर्ज की गईं, यह दुनिया में सबसे कम है। मोदी सरकार में कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम चल रहा है। स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की अनदेखी करने वाली पिछली सरकारों को दोष दिए बिना सरकार ने परिणामों के लिए काम किया। पिछले दो वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में निर्णय दिखाता है कि यह सरकार इच्छाशक्ति के साथ काम करती है, शक्ति से नहीं। 

कोरोना का पहला मामला केरल में 13 जनवरी 2020 को आया था: मंडाविया ने कहा कि भारत में पहला कोविड-19 मामला 13 जनवरी 2020 को केरल में सामने आया था। लेकिन केंद्र द्वारा गठित संयुक्त निगरानी समिति की पहली बैठक 8 जनवरी 2020 को हुई थी। इसका मतलब है कि हम सतर्क थे, मामला दर्ज होने से पहले एक समिति बनाई गई थी और इसने काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा, एक समय था जब वैक्सीन पर रिसर्च करने के बाद उसे अप्रूवल मिलने में तीन साल लग जाते थे। इसलिए कोई भी शोध नहीं करता था। हमने उन नियमों को खत्म कर दिया और एक साल के भीतर शोध के बाद देश को वैक्सीन मिल गई। यह सुविधा पीएम मोदी ने दी है।