ट्रकों पर कार्रवाई ना होने से ट्रांसपोर्टरों के हौसले बुलंद, ग्रामीण प्रशासन से लगा रहे गुहार।
शक्तिनगर। शक्तिनगर दुद्धिचुआ मुख्य मार्ग के दोनों तरफ कोयला परिवहन में लगी गाड़ियों के खड़ी करने के कारण आए दिन घंटो जाम लग रहा है और अंबेडकर नगर के ग्रामीणों का सड़क पर चलना बेहाल हो गया है। ग्रामीणों के विनती पर एनसीएल दुद्धिचुआ प्रबंधन व स्थानीय पुलिस प्रशासन गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहा है। जिस कारण ट्रांसपोर्टरों के हौसले बुलंद है और आम आदमी जाम के झाम में फंसकर नारकीय जीवन यापन को विवश हैं। एक दिन पूर्व अंबेडकर नगर के ग्रामीणों व व्यापारियों ने एनसीएल दुद्धिचुआ क्षेत्र मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर कोयला परिवहन से उड़ने वाली धूल व जाम से निजात पाने हेतु आंदोलन किया था। जिसमें एनसीएल दुद्धिचुआ प्रबंधन द्वारा सड़क किनारे गाड़ियों के खड़ी होने से रोकने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार बताया था और शक्तिनगर थाना प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश कुमार मिश्र की उपस्थिति में समझौता पत्र पर भी लिखित रूप से सहमति जताई थी।ऐसे में आंदोलन के अगले दिन ही अंबेडकरनगर मुख्य मार्ग पर कोयला परिवहन की गाड़ियों के खड़ी करने के कारण घंटो जाम लगना, समझौता पत्र का उपहास उड़ाता है। जब गाड़ियां मुख्य मार्ग पर ही खड़ी होने देनी थी तो आंदोलन के बीच एनसीएल प्रबंधन के समक्ष प्रशासन को जिम्मेदारी लेनी ही नहीं चाहिए थी।ऊर्जांचल में ट्रेलरों के तांडव के आगे स्थानीय जनता का जीना मुहाल हो गया है और उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं रह गया है।