मोक्ष के लिए कर दी तीन बच्चें व पत्नी की हत्या, खूद भी वाहन के सामने कूदा
नई दिल्ली। बुराड़ी कांड की तर्ज पर एक हिसार के एक गांव से वारदात सामने आयी है जिसमें मौक्ष प्राप्ति के धुन में सवार एक व्यक्ति ने अपनी बीवी और तीन बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी और खुद एक गाड़ी के सामने कूद गया। हिसार पुलिस ने सोमवार को कहा कि हिसार के नंगथला गांव में एक 45 वर्षीय व्यक्ति ने अपने तीन बच्चों और अपनी पत्नी की हत्या कर दी और अंत में एक आने वाले वाहन के सामने कूद गया। वारदात को अंजाम देने वाला व्यक्ति का नाम रमेश वर्मा था। रमेश वर्मा एक दुकानदार था, जो अपनी 38 वर्षीय पत्नी सुनीता और अपने तीन बच्चों-दो बेटियों, 14 वर्षीय अनुष्का और 12 वर्षीय दीपिका और एक बेटे 10 वर्षीय केशव के साथ रहते थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रविवार को वर्मा ने रोजाना की तरह रात 10 बजे तक दुकान खोलने की बजाय दोपहर तीन बजे अपनी दुकान बंद कर दी। उसके बाद वह घर आया और उसने अपनी पत्नी से बात की। पत्नी ने घर में खाने के लिए खीर बनायी थी। रमेश वर्मा ने खीर में नींद की गोलियां पीस कर मिला दी। खीर खाने के बाद सभी बेहोश हो गये। तब उसने अपने बीवी बच्चों को घर में रखी कुदाल (धारदार हथियार) ने कूंच कर मौत के घाट उतार दिया। मौक्ष को प्राप्त करने के लिए वह सुबह चार बजे सभी को मार कर घर से बाहर निकल गया और रोड पर गाड़ी के सामने कूद गया। गाड़ी के सामने कूद कर व्यक्ति ने अपनी जान दे दी।
क्यों दिया गया हिसार हत्याकांड को अंजाम?: गाड़ी के सामने रमेश की लाश मिलने के बाद पुलिस ने एक्सिडेंट का मामला दर्ज किया और शव की पहचान करने के लिए उसके घर पर फोन किया। व्यक्ति की पहचान होने के बाद पुलिस रमेश के घर पहुंची को उसने घर के अंदर जो नजारा देखा उसे देखकर दंग रह गयी। घर के अंदर चार शव खून से लथपथ पड़े हुए थे। पहचान करने के बाद पता चला की मृत रमेश की पत्नी और बच्चे थे। आखिर इन मासूमों की हत्या क्यों की गयी। इसका पता लगाने के लिए जब पुलिस ने जांच शुरू की तो उसके सामने एक एक करते पूरी तस्वीर आ गयी। यह ख्याली दुनिया की तस्वीर थी तस्वीर को समझकर पुलिस ने कहा कि एक एक सनक में की गयी हत्या है, जिसे मृत रमेश मे खुद अंजाम दिया है। दरअसल पिछले 15 सालों से रमेश मोक्ष चाहता था। उसने अपनी जिंदगी को संन्यासी बना लिया था। वह अपनी पत्नी से जब भी संन्यासी जीवन जीने के लिए जाने की बात करता तो पत्नी बच्चों और अपना वास्ता देकर उसे रोक लेती थी। रविवार को रमेश ने फैसला किया कि वह मोक्ष प्राप्त करने से पहले अपनी बीवी और बच्चों को इस दुनिया में अकेला छोड़कर नहीं जाएगा और उसने आत्महत्या करने से पहले बेहरमी से अपने तीनों बच्चों और पत्नी को आधी रात में मार डाला और खुद एक गाड़ी के सामने कूदकर जान दे दी।
मोक्ष के कारण की पत्नी और बच्चों की हत्या: उप महानिरीक्षक बलवान सिंह राणा ने कहा कि वर्मा के बच्चों और पत्नी की हत्या की तफ्तीश करने के दौरान पुलिस को एक नोटबुक मिली, जिसके बाद पूरी कहानी के बारे में पता चल पया। नोटबुक में उनकी वारदात को अंजाम देने के पीछे का कारण मोक्ष प्राप्ति को बताया गया था। नोटबुक में वर्मा का सुसाइड नोट था जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है और यहां तक कि उन्होंने लोगों को दी गई परेशानी के लिए माफी भी मांगी।