चोपन में महिलाओं के लिये शौचालय निर्मोण अधिकारियों के लिये बना चैलेंज
काल चिंतन संवाददाता,
चोपन,सोनभद्र। वाराणसी शक्तिनगर मार्ग में जनपद सोनभद्र के थाना चोपन बस स्टैंड पर करीब 6 वर्ष पूर्व बस स्टैंड और शौचालय था जो की वाराणसी शक्तिनगर रोड चौड़ीकरण में कार्यदायी संस्था द्वारा बन रहे सड़क क्षेत्र में आ रहा था जिसको जिला प्रशासन के आदेश से यह सार्वजनिक बस स्टैंड तोड़ दिया गया और सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण कर दिया गया लेकिन निर्माण के दौरान वर्षो बीत जाने के बाद भी न तो सार्वजनिक बस स्टैंड की जगह पर न तो स्टैंड बना न ही शौचालय बन सका।जिसकी वजह से स्थानीय निवासियों व आने जाने वाले राहगीरों यात्रियों को काफी समस्या होती है।
साथ ही सार्वजनिक शौचालय न होने की वजह पुरुष लोगों को तो जो समस्या होती है सबसे ज्यादा समस्यायें का सामना माँ बहन बेटी को करना पड़ता है जो की शर्म की बात है।अगर कोई गाड़ी आ जाये तो उनको बाथरूम करने के लिये काफी सोचना पड़ता है उठ कर खड़ा होना पड़ता है।आस पास के क्षेत्र में पूरा रोड पर गंदगी की वजह से संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुवा है वो दिन दूर नही जब आस पास में बीमारी का अंबार होगा।
इस प्रकरण में जिला प्रशासन ही कोई ठोस व उचित कदम उठा सकता है पुर्व में सैकड़ो बार स्थानीय समाजसेवी संगठनों द्वारा शौचालय निर्मोण को लेकर पत्राचार आंदोलन व धरना प्रदर्शन भी किया गया लेकिन कोई भी उचित जवाब नही मिला।इस मामलें में 2015 से लगातार इस जन समस्या को प्रमुखता से लेते हुये आवेदन निवेदन जारी रखा पुन: इस संबंध में पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी सहित शासन स्तर को प्रार्थना पत्र प्रेषित कर बस स्टैंड शौचालय निर्माण किये जाने की मांग की जिससे इस जन समस्याओं व महिलाओं की समस्याओं का निजात हो सके।और आने जाने वाली महिलाओं, पुरुषों को इस रोज रोज की दु:ख भरी समस्या से निजात मिल सके।
अगर जमीन की समस्या है यो स्टेट हाइवे के किनारे लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित नाले के ऊपर अस्थायी रूप से यूरिनल/शौचालय बनवाया जाये जिससे की महिलाओं को समस्या से निजात मिल सकें।वही महिला सुरक्षा एवं जन सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष सावित्री देवी ने पत्र के माध्यम से जिला प्रशासन को कहा की अगर इस कोढ़ रूपी जन समस्या का निजात लिखित रूप से अन्तिम निर्णय तक न पहुचा तो 12/12/2021 को चोपन बस स्टैंड पर उसी गन्दगी में टेंट लगा कर अनिश्चित कालीन आमरण अनशन करने की चेतावनी दी।