कोरोना से जंग मे दो और वैक्सीन और एक गोली को मिली मंजूरी




 नई दिल्ली. कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को और मजबूती देने के लिए सरकार ने दो और कोरोना वैक्सीन के साथ-साथ एक गोली (पिल) को भी आपात मंजूरी दे ही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर यह जानकारी शेयर की है. देश में अब कोरोना महामारी को हराने में भारत के पास तीन अहम हथियार हैं. ऐसी संभावना है कि नए टीके का इस्तेमाल बूस्टर डोज के तौर पर किया जा सकता है.भारत के दवा नियामक के तहत विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से एक वैक्सीन (कोवोवैक्स) के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दी है, वहीं एक अन्य कोरोना वैक्सीन कॉर्बी वैक्स को भी मंजूरी मिल गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि एक एंटी-वायरल गोली Molnupiravir को भी स्वीकृति दी गई है. गौरतलब है कि इमरजेंसी के दौरान इन तीनों दवाओं के इस्तेमाल की सिफारिश ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) को भेजी गई थी और डीसीजीआई की ओर से इन्हें स्वीकृति मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर यह जानकारी सार्वजनिक की.


जानें इन दोनों वैक्सीन के बारे में


कोवोवैक्स के इस्तेमाल को लेकर सामने आई स्टडी रिपोर्ट से वैज्ञानिक संतुष्ट हैं. गौरतलब है कि कोवोवैक्स अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी नोवावैक्स का भारतीय वर्जन है. यह नॉनपार्टिकल प्रोटीन पर आधारित कोविड-19 का वैक्सीन है. नोवावैक्स और सीरम इंस्टीट्यूट को फिलीपींस में इसके आपातकालीन उपयोग के लिए पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है. हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोवोवैक्स के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दी थी, जिसके बाद उम्मीद बहुत बढ़ गई है कि जल्द ही इसे भारत में भी अप्रूवल मिल जाएगा.


गोली कम करेगी संक्रमण का जोखिम


इसके अलावा एक अन्य गोली को भी मंजूरी दी है, जिसका नाम  Molnupiravir है. Molnupiravir का उपयोग वयस्क रोगियों पर 93 प्रतिशत  'SPO2'  के साथ और उन रोगियों के लिए किया जा सकता है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु जैसी बीमारी का उच्च जोखिम है. इस दवा को इस शर्ते के साथ मंजूरी दी गई है कि दवा को विशेषज्ञ डॉक्टरों के पर्चे पर ही दुकानों में बेची जानी चाहिए. शर्तों के मुताबिक 18 साल से कम उम्र के लोगों पर इस दवा का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.